Flood in Diyara Bihar: अगस्त के प्रथम सप्ताह से गंगा में आयी उफान के बाद दियारा इलाके में आयी बाढ़ से हरी सब्जियों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है. प्रखंड क्षेत्र के दियारा इलाके में बाढ़ आने के बाद किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है. हजारों एकड़ में फैले सब्जी की फसल भी बाढ़ की भेंट चुकी है. स्थानीय बलिया बाजार में दियारा इलाके से आने वाली सब्जी से दामों पर अंकुश रहता है. हाल में आई बाढ़ के बाद हरी सब्जियों में तीन गुना बढ़ोतरी आंकी जा रही है.
Flood in Diyara Bihar: ज़्यादातर सब्जियों का उत्पादन दियारा से
बलिया में परबल, करैला, लौकी, भिंडी, सहित कई सब्जियां ज्यादातर दियारा क्षेत्र से ही आती है. हाल के कुछ वर्षों में दियारा इलाके में बिजली एवं सड़क की सुविधा हो जाने से यहां के किसान सब्जी की खेती कर समृद्ध बनने की ओर अग्रसर हैं. लेकिन प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ एवं गंगा नदी से होने वाले कटाव के कारण यहां के किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. स्थानीय किसान रंजन चौधरी, विजय कुमार झा, डब्लू राय, परमानंद महतो, अरुण राय, प्रशांत राय, अमित कुमार, पिन्टु महतो, हरखित पासवान, गिरीश कुंवर, शिवनंदन कुमार, मुन्ना राय, राजीव चौधरी, आदि ने बताया कि यदि सरकार दियारा के किसानों को बाढ़ और कटाव से निजात दिला दिया जाय तो यहां के किसान भी समृद्ध हो सकते हैं.
सरकार को प्रत्येक वर्ष बाढ़ के समय सरकार द्वारा किये जाने वाले करोडो़ं के खर्च भी बचेंगे. किसानों ने बताया कि आजादी के बाद से कई सरकांरे आयी और गयी लेकिन किसी भी सरकार के द्वारा दियारा क्षेत्र में आने वाली बाढ़ एवं कटाव से दियारा के किसानों को निजात दिलाने की दिशा में पहल नहीं की गयी. जिससे दियारा क्षेत्र के किसान आज भी एक ही फसल पर निर्भर हैं.
10 हजार से अधिक की आबादी पर मंडरा रहा है कटाव का संकट :
बलिया प्रखंड क्षेत्र के 10 हजार से अधिक आबादी पर इन दिनों कटाव का संकट मांडरा रहा है. जिसमें शिवनगर, शाहपुर, भवानंदपुर, टिटहियां टोला, गोखले नगर विष्णुपुर, ताजपुर आदि गांव के नाम शामिल हैं. जहां गंगा नदी के गांव के नजदीक बहने के कारण ग्रामीणों में दहशत प्राप्त है. शिवनगर एवं टिटहियां टोला की स्थिति तो और भी भयावह बनी हुई है. शिवनगर गांव से गंगा नदी की दूरी महज कुछ मीटर ही बची है. जिससे ग्रामीणों का नींद हराम है.
बाढ़ से प्रभावित है करीब दो दर्जन गांवों की पचास हजार से अधिक की आबादी :
गंगा नदी में आई बाढ़ के कारण प्रखंड क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांवों की करीब 50 हजार से अधिक की आबादी इन दिनों प्रभावित है. इन गांवों में गंगा का पानी प्रवेश कर जाने से ग्रामीणों को कई तरह की मुश्किलें झेलनी पड़ रही है. आवागमन से लेकर स्वास्थ्य, शुद्ध पेयजल आदि का संकट छाया हुआ है. प्रभावित गांवों में शिवनगर, शाहपुर, मसुदनपुर, भवानंदपुर, मीरअलीपुर, ताजपुर, गोखले नगर विष्णुपुर, शादीपुर, असर्फा, नौरंगा, सोनदीपी, कमलपुर, कस्बा, हुसैना, किशनपुर, सोनबरसा, लाल दियारा, मिर्जापुर, पहाड़पुर सहित कई गांवों के नाम शामिल हैं
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