बलिया. गुरुवार को भाकपा माले के नेतृत्व में माले कार्यकर्ताओं एवं बाढ़ पीड़ितों ने अंचल कार्यालय के समीप प्रदर्शन किया. बलिया को बाढ़ एवं सुखार क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी स्टेशन रोड स्थित माले कार्यालय से मार्च निकाल अंचल कार्यालय पहुंच सरकार की उदासीनता एवं राहत कार्यों में घोर लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुये कहा कि बलिया अंचल का दियारा इलाका इस वर्ष फिर से बाढ़ की मार झेल रही है. बाढ़ के कारण लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया. फसलें डूब गयी, पशुओं को चारा नहीं दे पा रहे हैं. लोगों के पास न खाने का ठिकाना है और न ही सुरक्षित रहने की जगह. इतने गंभीर संकट के बावजूद राहत कार्यों में धीमी गति प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है. उन्होंने स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुये कहा कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने में सबसे आगे रहने वाले स्थानीय सांसद बाढ़ पीड़ितों की समस्या को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है. सांसद की अनुपस्थिति और उनके द्वारा कोई ठोस पहल न करना जनता के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाता है. बाढ़ राहत कार्यों में उनकी निष्क्रियता को लेकर अब लोगों में आक्रोश भड़क रहा है. हमारे सांसद प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार से जिले को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग करने का ढोंग रच रहे हैं. जो हास्यास्पद है. जबकि राज्य में एनडीए गठबंधन की ही सरकार चल रही है. स्थानीय संसद लोगों को गुमराह कर रहे हैं. माले के द्वारा अंचलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा. इस प्रदर्शन एवं सभा की अध्यक्षता माले नेता इंद्रदेव राम ने किया. इस सभा को आइसा नेता रजनीश कुमार, आरवाईए नेता संजय ठाकुर, माले नेता अमरजीत पासवान आदि ने भी संबोधित किया.
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