बेगूसराय. इ-रिक्शा चालक संघ (एक्टू) ने शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया. जिसमें उन्होंने अपने साथी मो. साजिद उर्फ अमन की निर्मम हत्या के खिलाफ आवाज़ उठाया. संघ के संरक्षक माले नेता राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि मो साजिद 23 सितंबर को अचानक लापता हो गये थे और चार दिन बाद 27 सितंबर को उनकी लाश बेगूसराय के पान गाछी हनुमानगढ़ी क्षेत्र में पायी गयी. इस दिल दहला देने वाली घटना के बावजूद पुलिस प्रशासन अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी या हत्या के कारण का कोई ठोस सुराग नहीं लगा सकी है. उन्होंने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि बिहार के डबल इंजन की सरकार में अपराधियों के हौंसले बुलंद हो गए हैं. बिहार सरकार और प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह विफल साबित हो रही है. इस घटना के बाद भी सरकार और पुलिस की निष्क्रियता ने साफ कर दिया है कि बिहार में कानून व्यवस्था का हाल बद से बदतर हो चुका है. इ-रिक्शा संघ के सचिव कन्हैया लाल साह एवं संघ के अध्यक्ष रंजीत राज ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई न होना राज्य में शासन की कमजोरी और उदासीनता को दर्शाता है. अगर जल्द से जल्द मो साजिद के हत्यारों की गिरफ्तारी और इस हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया गया. तो संघ और भी बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा. मौके पर एक्टू के जिला प्रभारी चंद्रदेव वर्मा ने कहा कि बिहार में लगातार बढ़ते अपराध ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की वर्तमान नीतीश – मोदी की सरकार में जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है, और सरकार केवल दिखावटी वादों तक सीमित है.यह सरकार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है या फिर इनकी रोकथाम में पूरी तरह अक्षम साबित हो रही है। अगर बिहार सरकार जल्द ही अपराध पर काबू पाने में नाकाम रहती है, तो इससे जनता के आक्रोश और असंतोष का सामना करना पड़ेगा, जिसका राजनीतिक अंजाम निश्चित रूप से सरकार के लिए गंभीर होगा. इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी मो साजिद उर्फ अमन के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने, मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने,पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग किया. साथ ही जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग रखा. मौके पर संघ के कोषाध्यक्ष बबलू ठाकुर, वार्ड पार्षद शगुफ्ता ताजवर , बीरो सिंह, बबलू रजक, अशोक महतो, मुकेश तांती, मुसहरू पासवान, अर्जुन दास, किसान नेता बैजू सिंह, छात्र नेता अजय कुमार, सोनू फर्नाज, अधिवक्ता कैलाश प्रसाद, ललित यादव सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया.
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