मंझौल में राजद कार्यकर्ताओं ने खुद की पार्टी के विधायक का पुतला फूंका
मंगलवार को दोपहर मंझौल स्टेट हाइवे- 55 पर उस वक्त अजीबो-गरीब मामला सामने आया. जब अपने ही विधायक से नाराज़ राजद के युवा अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोलते हुए विरोध मार्च निकाला औ पुतला दहन किया.
मंझौल. मंगलवार को दोपहर मंझौल स्टेट हाइवे- 55 पर उस वक्त अजीबो-गरीब मामला सामने आया. जब अपने ही विधायक से नाराज़ राजद के युवा अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोलते हुए विरोध मार्च निकाला औ पुतला दहन किया. जानकारी के अनुसार शहीद नित्यानंद चौक से विरोध मार्च स्टेट हाइवे 55 के रास्ते सत्यारा चौक पर पहुंची. इस दौरान राजद के युवा कार्यकर्ता मो कलाम के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध दर्ज कराया तथा पार्टी तुझसे बैर नहीं, विधायक तेरी खैर नहीं, राजवंशी महतो मुर्दाबाद आदि नारों के साथ अपनी भड़ास निकालते दिखे. बताया जाता है कि कब्रिस्तान की घेराबंदी और मकतब स्कूल के मुद्दों की विधायक द्वारा अनदेखी की जा रही है. जिससे खासकर मुस्लिम समुदाय के युवाओं में विधायक के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है. विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे युवा कार्यकर्ता मो कलाम विधायक पर जातिवाद करने का आरोप लगाते दिखे. कार्यकर्ताओं का कहना था कि हम लोग विधायक के विचार व्यवहार के साथ साथ उनके कार्यशैली से युवाओं में नाराजगी है. विधायक के द्वारा आज तक हरेक समस्या को बताने के उपरांत सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. जिससे युवा वर्ग अब विचलित हो उठे हैं. हम युवाओं को चुनाव के समय तो बहला फुसलाकर विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी देकर सुनहरे सपने और सब्जबाग तो दिखाएं जाते हैं. परंतु चुनाव के बाद मामला बिल्कुल इसके उल्टा हो जाता है. चुनाव में मुस्लिम समुदाय का एक मुस्त वोट लेकर जितने वाले विधायक ने इस समुदाय के लिए एक भी कार्य नहीं किया है. फलत: आक्रोशित हम युवा कार्यकर्ताओं की टोली ने आज विधायक का पुतला दहन किया है. पुतला दहन कार्यक्रम में मो इरफान, मो सफदर, मो औरंगजेब, मो इरसाद, मो राजू , मो कादिर, मो अनवर, मो गुलाम सरबर, के साथ साथ दर्जनों की संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद थे.
राजद विधायक के पुतला दहन पर जिला पर्षद ने कसा तंज
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राजद के मुस्लिम युवा कार्यकर्ताओं के द्वारा विधायक राजवंशी महतो के पुतला दहन पर जिला परिषद सदस्या ममता कुमारी ने तंज कसते हुए कहा है कि संविधान की शपथ लेने वाले लोगों को उनका कर्तव्य पता ही नहीं है. इसलिए वे जात-पात एवं धर्म की राजनीति करते हैं. मंझौल ऐसे सपूतों की धरती रही है. जहां के लोगों ने राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया है. परंतु कुछ तथाकथित जनप्रतिनिधियों के द्वारा जात-पात की राजनीति कर समाज में विष घोला जा रहा है. जिससे अमन और चैन से रहने वाले लोगों के लिए खतरा पैदा होते जा रहा है. जनप्रतिनिधि जनता के भलाई एवं उनके सहयोग के लिए होते हैं. किसी भी जाति विशेष के लिए नहीं होते हैं. आज युवाओं में जो नाराजगी दिख रही है. वह कहीं ना कहीं आने वाले समय के लिए दुखद एवं चिंतनीय है. युवा ही देश के भविष्य निर्माण में अहम किरदार निभाते हैं. उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देकर समाधान करना जनप्रतिनिधियों का परम कर्तव्य है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है