मंसूरचक फाटक चौक से साठा रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क टूटकर गड्ढे में बदली
प्रखंड के मंसूरचक फाटक चौक से साठा रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क इन दिनों अपनी उद्धारक का वाट जोह रही हैं.
मंसूरचक. प्रखंड के मंसूरचक फाटक चौक से साठा रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क इन दिनों अपनी उद्धारक का वाट जोह रही हैं. वर्षो से उक्त सड़क पूरी तरह टूट कर खाई बन चुकी है तो कही पत्थर ही पत्थर दिखाई देता हैं जिस होकर आमजन को यात्रा करना बहुत ही परेशानी का सबब बन चुका हैं. बड़ी वाहन तो साइकिल, मोटरसाइकिल सवार लोग जोखिम उठा कर उक्त सड़क होकर यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं. इ-रिक्सा से लोग साठा रेलवे स्टेशन रेलगाड़ी पकड़ने जाते है तो वह भी जोखिम उठा कर भगवान भरोसे जाते हैं. आये दिन बराबर ही इ- रिक्सा उक्त सड़क पर सड़क दुर्धटना का शिकार होते ही रहते हैं. उक्त सड़क साठा रेलवे स्टेशन होकर रसीदपुर एन एच 28 को भी जोड़ती हैं. इसलिये यह सड़क इस इलाके के लिए काफी महत्वपूर्ण माना गया हैं. किसान वैद्यनाथ महतो बताते हैं कि दस वर्ष से ऊपर से उक्त सड़क का हालात बिगड़ी हुई हैं. लेकिन किसी ने अब तक उक्त सड़क की ध्यान देना अपने आपको उचित नही समझा.समाजवादी चिंतक गणेश शंकर दत ईश्वर बताते है कि उक्त सड़क किसान,ब्यवसायियों के लिये यह सड़क लाइफ लाइन हैं. दलसिंहसराय मुख्य मार्केट करके लोग रसीदपुर, साठा,गोविंदपुर, भवानीपुर,गोरापुर,मंसूरचक गांव आते है. इस सड़क का अब तक जीर्णोद्धार नही होना अत्यंत ही दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण हैं.ब्यवसायिक अमीत कुमार गुप्ता बताते है कि उक्त सड़क बन जाने से खास कर दलसिंहसराय, साठा लोग मंसूरचक से दस से पन्द्रह मिनट मे पहुंच जायेंगे. सड़क खराब रहने के कारण हमलोगो का सामान लेकर कोई भी बड़ी वाहन इस होकर आना नही चाहंता हैं. जिसके कारण पन्द्रह किलो मीटर लंबी दूरी तय करके गुरदासपुर होकर मंगवाते हैं. साठा निवासी धर्मदेव चौधरी बताते है कि उक्त सड़क के संबंध में इस इलाके के लोग दर्जनो बार उच्च अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का दरवाजा खटखटा चुके है.बावजूद इस सड़क का जीणोॅद्धार की ओर अब तक किसी ने ठोस पहल नही किया हैं. समाजसेवी नितेश बिहारी बताते है कि मुख्य बात है कि उक्त सड़क होकर ही उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविन्दपुर में छात्र-छात्रा ,शिक्षक-शिक्षिकाये साइकिल,स्कूटी से जाते हैं जो बराबर ही सड़क पर दुर्धटना का शिकार होते रहते हैं.इसलिये उक्त सड़क का जीणोॅद्धार शीघ्र होना अत्यंत ही जरूरी हैं. अभी तो किसी तरह स्कूली बच्चे,शिक्षक लोग यात्रा कर लेते हैं लेकिन बरसात के मौसम में सड़क पर बनी खाई में पानी लग जाने से सड़क पता ही नही चल पाता है लोग बाये काटे या दाये नतीजतन लोग सड़क की खाई में रोज व रोज गीरते ही रहते हैं. जिसका खामियाजा बच्चो के साथ उनके अभिभावक,स्कूल परिवार को भूगतना परता हैं.उक्त सड़क दो मध्य विद्यालय एवं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को जोड़ती हैं.उक्त सड़क का जीणोॅद्धार समय रहते नही किया गया तो आने वाले दिनों में स्कूली बच्चे, यात्री किसी न किसी दिन बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं.
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