10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Begusarai News : एक साल से ओमान में फंसा रौशन स्वदेश लौटा, घर में खुशी का माहौल

Begusarai News : नौकरी और मोटा पगार का सपना हर किसी का होता है, लेकिन होटल मैनेजमेंट किये लड़के को यह अरमान तब अभिशाप बन गया जब वह ओमान बड़े सपने के साथ गया, लेकिन एजेंट के चक्कर मे फंस गया. विदेश में फंसने का जब एहसास हुआ तो सपना चकनाचूर हो गया.

बेगूसराय. नौकरी और मोटा पगार का सपना हर किसी का होता है, लेकिन होटल मैनेजमेंट किये लड़के को यह अरमान तब अभिशाप बन गया जब वह ओमान बड़े सपने के साथ गया, लेकिन एजेंट के चक्कर मे फंस गया. विदेश में फंसने का जब एहसास हुआ तो सपना चकनाचूर हो गया. वीजा भी उसका जब्त कर लिया. ऐसे में जब उसके परिजन बेगूसराय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मिलकर फरियाद लगाया, तब गिरिराज सिंह के पहल से घर वापसी हुई है. एकलौते बेटे के घर वापसी से घर में खुशी लौटी है. भगवानपुर प्रखंड के दहिया के कारपेंटर बलवंत शर्मा के इकलौते पुत्र रौशन के घर वापस लौटने पर उनसे मिलने सांसद प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार राय उनके घर पहुंचे और पूरी जानकारी प्राप्त की. साथ ही उसे अंगवस्त्र से सम्मानित किया. रौशन होटल मैनेजमेंट किये हुए हैं.

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की पहल के बाद वापसी का बना मार्ग

रौशन ने बताया कि वह देहरादून प्लेसमेंट एजेंसी के संपर्क में आया. कंपनी ने 80 हजार प्रतिमाह मिलने की बात कहकर ओमान भेजने की बात कही. पासपोर्ट बनवाया और उत्साह के साथ एक साल पहले 3 दिसम्बर 2023 को मुम्बई एयरपोर्ट से ओमान के मस्कट जाने के लिए पहुंचा. वहां फ्लाइट में जाने वक्त कंपनी ने कागज दिया, जिसमें 80 हजार की जगह 26 हजार का महीना ही लिखा था, लेकिन एयरपोर्ट से लौट नहीं सकता था. वह ओमान के मस्कट पहुंचा, जहां उसे पता चला कि कंपनी ने उसे भीएसफोर नामक कंपनी के हवाले किया है. उसकी ड्यूटी वहां फाइव स्टार मैरक्योर होटल में लगी. रौशन ने बताया कि 5 महीने के बाद उससे पासपोर्ट बैंक में एकाउंट खोलवाने के नाम पर कंपनी लिया और उसके बाद देने से इनकार कर दिया. समय के साथ उसे लगा कि यहां फंस चुके हैं.पासपोर्ट मांगने पर धमकी ही मिलती थी.अगस्त 2024 में वह उस कंपनी के चंगुल से भाग कर वहां कि भारतीय एम्बेसी से संपर्क किया. एम्बेसी कंपनी से बात कर फिर उसे उस कंपनी के पास भेजा लेकिन वहां उसे टॉर्चर किया गया तब वह उसी दिन छुपते छुपाते भाग निकला.रात कहीं कटी. अगले दिन एम्बेसी गया तो उसे गुरुद्वारा में रहने की व्यवस्था दिया गया. जहां भोजन फ्री में मिल जाता था.

चार महीने गुरुद्वारा में रहना पड़ा, सांसद प्रतिनिधि ने की परिवार से मुलाकात

इधर उसके परिजन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से बेगूसराय में मिले. गिरिराज सिंह ने विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप का निवेदन किया तब वहां की एम्बेसी हरहत में आई. जिस कंपनी ने उसका पासपोर्ट जप्त किये थे उससे 26 दिसम्बर 2024 को पासपोर्ट लेकर पीड़ित रौशन को भारतीय एम्बेसी ने दिया और वहां से लखनऊ 28 दिसम्बर का फ्लाइट का टिकट भी दिया लेकिन डरा सहमा रौशन खुद अगले दिन 27 दिसम्बर का मुम्बई का फ्लाइट का टिकट लेकर स्वदेश वापस लौटा है. अपने घर दहिया आये रौशन ने सांसद प्रतिनिधि को अपनी पीड़ा बताते हुए रोने लगा. कहा डर से नींद नहीं आती थी. नीद का टैबलेट खाना पड़ता था.रौशन ने कहा कि नोन रोटी खा ले लेकिन युवा ऐसे कंपनी के झांसे में विदेश नहीं जाएं. हम तो गिरिराज सिंह के पहल से वापस आ गए लेकिन सैकड़ों लोग वहां ऐसे ही फंसे हुए हैं. उसके पिता और दादा जी ने कहा कि अब कभी विदेश नहीं जाने देंगे.

परिवार के लोगों ने सांसद के प्रति आभार जताया

रौशन के पिता बलवंत शर्मा ने बताया कि एकलौते बेटे के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद से उसकी मां मरणासन्न हो गई थी. परिवार के लोगों ने सांसद के प्रति आभार जताया. सांसद प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार राय ने बताया कि गिरिराज सिंह को जानकारी मिलने के बाद से इनके ग्रामीण प्रमोद जी लगातार संपर्क में थे. मंत्री जी के प्रयास से रौशन सकुशल वापस आये हैं जो परिवार रोते हुए मंत्री जी से बेटे की वापसी के लिए मिले थे उनके घर पर पहुंचा तो आज खुशी के आंसू देख रहा था. इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि प्रभाकर के साथ प्रमोद कुमार, राम प्रवेश राय, संजय, प्रवीण, बछवाड़ा युवा मोर्चा अध्यक्ष रौशन कुमार आदि उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें