बच्चा चोरी मामले में सदर अस्पताल की डॉक्टर स्मृति निलंबित

सदर अस्पताल के एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) से 15 सितंबर की शाम बच्चा चोरी मामले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 7, 2024 10:15 PM

बेगूसराय. सदर अस्पताल के एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) से 15 सितंबर की शाम बच्चा चोरी मामले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है. एसएनसीयू में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर स्मृति किरण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव उपेंद्र राम ने पत्र जारी कर कार्रवाई की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एसएनसीयू में डॉ स्मृति किरण की ड्यूटी निर्धारित थी. इसके साथ ही कर्तव्य के प्रति उदासीनता, लापरवाही एवं कर्मण्यता का आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित होता है. इसलिए बिहार सरकार सेवक वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियमावली 2005 के नियम-9(1) (क) के अधीन डॉ स्मृति किरण को उपर्युक्त आरोप के आलोक में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. निलंबन अवधि में डॉ किरण का मुख्यालय, स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना निर्धारित किया जाता है. बच्चा चोरी की खबर को प्रभात खबर ने बड़ी ही प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. क्या है पूरा मामला : सदर अस्पताल के एसएनसीयू (शपेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) में 15 सितंबर की रात एक नवजात की चोरी कर ली गयी थी. नवजात महज ही दो दिनों का था. 14 सितंबर की सुबह प्रसव पीड़ा से लोहियानगर निवासी विक्की महतो की पुत्री नंदनी कुमारी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद नंदनी ने 14 सितंबर की ही रात में एक शिशु को जन्म दी थी, लेकिन शिशु की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण उसे सदर अस्पताल के ही एसएनसीयू वार्ड (गहन चिकित्सा कक्ष) में भर्ती कराया गया था. इसके साथ ही 04 से 05 घंटे के अंतराल में नवजात को दूध पिलाने के लिए मां के पास (कंगारू केयर यूनिट) भेजा जाता था. 14 सितंबर की शाम से लेकर 15 सितंबर की शाम तक ऐसा ही चलता रहा. जब 15 सितंबर की रात करीब आठ बजे बच्चे की मां एसएनसीयू से नवजात को लाने गयी तो उसका बच्चा एसएनसीयू वार्ड से गायब था. एसएनसीयू से नवजात के चोरी हो जाने की खबर जंगल में आग की तरह शहर में फैल गयी. सदर अस्पताल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. वहीं नवजात के माता, पिता व नाना, नानी ने सदर अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया. घटना की जानकारी स्थानीय थाने को मिली. जिसके बाद नगर थाना की पुलिस ने तुरंत ही छापेमारी करनी शुरू कर दी और नवजात बच्चे को देर रात 12 बजे के करीब 11 किलोमीटर दूर भगवानपुर से बरामद कर लिया गया था. इसके साथ ही सदर अस्पताल की गार्ड, बच्चा चोर एवं बच्चा खरीदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.

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