शीतलहर से नहीं मिल रही राहत, 25 जनवरी तक आठवीं तक स्कूल बंद

गुरुवार को भी शहर में कड़ाके की ठंड और शीतलहर जारी रहा. दोपहर में बेजान सी धूप का दर्शन तो हुआ किंतु ठंड में मामूली अंतर आया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 23, 2025 10:44 PM

बेगूसराय.

गुरुवार को भी शहर में कड़ाके की ठंड और शीतलहर जारी रहा. दोपहर में बेजान सी धूप का दर्शन तो हुआ किंतु ठंड में मामूली अंतर आया. अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा. पछुआ हवा की गति 6 से 12 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली. वहीं हवा का झौका 16 किमी प्रति घंटा रहा. अहले सुबह आकाश में कोहरे भी छाये रहे. ठंड के बाजार में गुरुवार को भी भीड़-भाड़ कम रही. लोग घरों से अतिआवश्यक कार्य से ही निकले. ठंड को लेकर लोगों को स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. शहर के निजी क्लिनिकों में सर्दी जुकाम बुखार के मरीजों को संख्या बढ़ रही है. ठंड के कारण पशुपालक किसानों की भी समस्या बढ़ गयी है. पशुओं की उचित देखरेख की जरूरत बढ़ गयी है. ठंड के कारण जिला प्रशासन द्वारा 25 जनवरी प्रथम कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक विद्यालय में शैक्षणिक कार्य बंद करा दिया गया. प्रशासन इस निर्णय से महिलाओं व बच्चे के अभिभावकों की कुछ परेशानी कम हो गयी है. मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह तक तापमान में मामूली फेरबदल के साथ ठंड जारी रहेगा.

ठंड से बचाव के लिए खानपान को लेकर आयुर्वेद चिकित्सक का सुझाव :

आयुर्वेद महाविद्यालय के अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ दिलीप कुमार वर्मा ने बताया कि सर्दियों में होने वाली बीमारियों की संभावना को कम करने के लिए आसानी से उपलब्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग लाभकारी होता है. जिनमें अदरक, काली मिर्च, हल्दी, दालचीनी, अजवाइन, जीरा, इलायची, लौंग आदि लाभकारी होता है. सर्दियों में कई तरह के स्वास्थ्यवर्धक फल और सब्जियां आती हैं, जिनमें कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं. इन्हें अपने आहार में शामिल करने से न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली सर्दियों की बीमारियों के प्रति मजबूत बनती है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है. इसके साथ ही सामान्य पीने के पानी की जगह गुनगुना पानी पीने से सर्दी के मौसम में नाक और गले में जमाव जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है. इसके अलावा, यह कई अन्य समस्याओं में भी फायदेमंद हो सकता है, दिन की शुरुआत एक गिलास गुनगुने पानी से करना चाहिए क्योंकि यह पेशाब और मल त्याग के माध्यम से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. बेहतर स्वाद के लिए इसमें नींबू का रस और शहद मिलाया जाता है. इसके अलावा, सामान्य चाय में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और मसाले डालकर उसे एक स्वस्थ मोड़ दें, क्योंकि इससे न केवल चाय का स्वाद बेहतर होगा, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होगी. इसके अलावा, इन सभी प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग विभिन्न प्रकार के स्वस्थ मिश्रण बनाने के लिए काढ़ा का भी उपयोग किया जा सकता है.

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों का तापमानदिन अधिकतम न्यूनतमशुक्रवार 22 11शनिवार 21 10रविवार 20 09सोमवार 21 10मंगलवार 22 12

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