शहर से गांव तक पानी की किल्लत, चापाकल भी फेल
लगातार बह रही पछुआ हवा एवं आसमान से उगलते आग ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. सुबह से ही तेज गर्म पछुआ हवा ने लोगों को घर से निकलना मुहाल कर दिया है.
बेगूसराय जिले में लगातार बह रही पछुआ हवा एवं आसमान से उगलते आग ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. सुबह से ही तेज गर्म पछुआ हवा ने लोगों को घर से निकलना मुहाल कर दिया है. एक और जहां लोग गर्म हवा एवं कड़ी धूप में गर्मी से परेशान हैं. वहीं दूसरी और लोगों को अब पानी की भी किल्लत सताने लगी है. शहर से लेकर गांव तक जल संकट गहराने लगा है. गांवों में चंपा कल दम तोड़ने लगी है. कुछ एक चापाकल चल भी रहे हैं तो 10 लीटर पानी भरने के लिए 50 बार हैंडल दबाना पड़ता है. ऐसी स्थिति में मात्र एक सहारा हर घर नल जल ही बचा है. नल जल का भी हालत खस्ता हो रहा है. ऊंचे स्थानों पर तो बूंद-बूंद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं. हर घर नल जल से निचले स्थानों पर तो थोड़ा बहुत पानी मिल भी जाता है, लेकिन ऊंचे स्थानों पर नल जल भी फैल हो रहा है. लोगों ने बताया कि बलिया के दियारा क्षेत्र में पानी की किल्लत नहीं के बराबर होती थी, लेकिन इस बार गंगा नदी के नजदीक रहने के कारण पानी की किल्लत बढ़ गयी है. भूजल स्तर का नीचे जाना इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है. वही जलस्तर के नीचे चले जाने के कारण क्षेत्र में बोरिंग भी फेल हो गये हैं. क्षेत्र के किसानों के लिए यह मुसीबत बनी हुई है. सैकड़ों एकड़ भूमि में किसानों द्वारा बुआई किये गये पशुचारा सूखने के कगार पर हैं. लोग आसमान की ओर निहार वर्षा की आस लगाये बैठे हैं.
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