बेगूसराय. बाल श्रवण योजना अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चलंत चिकित्सा दल के द्वारा चयनित मुख बधिर के कुल 6 बच्चे का प्रथम स्तर का जांच करने हेतु सदर अस्पताल से पटना भेजा गया. राज्य स्वास्थ्य समिति के देखरेख में सभी बच्चों का बुधवार को प्रथम स्तर का जांच कर जरूरत के अनुसार कॉकलियर इंप्लांटेशन किया जाएगा. कार्यक्रम के समन्यवक डॉ रतीश रमन ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत कई ऐसे अभिभावक हैं जो बहुत ही गरीब हैं और अपने बच्चे का इलाज करने में असमर्थ हैं. उन सभी को बहुत लाभ मिलेगा. इसके साथ ही इलाज पर आने वाले लाखों के खर्च से बचाया जा सकता है. इस तरह के बच्चों के इलाज में जहां एक अभिभावक पर लाखों का खर्च हो जाता है.
सदर अस्पताल से शुरू हुआ था अभियान :
पिछले महीने सदर अस्पताल से ही मुखबधिर बच्चों के लिए जांच शिविर की शुरुआत की गयी थी. जिसमे अलग-अलग प्रखंड से 5 वर्ष के नीचे के 20 बच्चों के श्रवण की क्षमता की जांच की गयी थी. पटना से आये ऑडियोलॉजिस्ट अजय कुमार के द्वारा बच्चों के कान में मशीन लगाकर जांच किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है