तेघड़ा. तेघड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत नगर परिषद तेघड़ा क्षेत्र के वार्ड नंबर 18 में एक बच्ची की संदिग्ध हालत में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. घटना के संबंध में पीड़ित बिरजू यादव बताया जाता है कि नप तेघड़ा वार्ड 18 निवासी भोला यादव के पुत्र नक्कू यादव ने भुइयां बाबा का पूजा के अवसर पर लिट्टी एवं खीर प्रसाद के रूप में वितरण किया था, जिसमें प्रसाद खाने के बाद से ही उनकी 12 वर्षीय मासूम बच्ची जो सातवीं कक्षा की छात्रा थी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. लगातार उल्टी एवं दस्त की शिकार बच्ची की हालत नाजुक देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए तेघड़ा अनुमंडल अस्पताल लाया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजन ने बच्ची का बिना पोस्टमार्टम कराये अंतिम संस्कार भी कर दिया. सबसे बड़ी बात है कि मृतका मासूम बच्ची के पिता और दादी भी फूड प्वाइजनिंग की शिकार हैं और तेघड़ा अनुमंडल अस्पताल में इलाजरत हैं. पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. तेघड़ा अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रामकृष्ण ने बताया कि 10 वर्षीय सुमन कुमारी, 40 वर्षीय बिरजू यादव, 60 वर्षीय चंद्रकला देवी, 50 वर्षीय मनोज यादव, 35 वर्षीय नविता देवी सभी लोग जो फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं अनुमंडलीय अस्पताल में इलाजरत हैं. सबों की स्थिति सामान्य है. वहीं पीड़ितों ने बताया कि वार्ड के लगभग 40 से 50 की संख्या में लोग बीमार हैं, जो जिला के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं इस संबंध में तेघड़ा अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रामकृष्ण ने बताया कि अस्पताल में भर्ती फूड प्वाइजनिंग के शिकार सभी लोगों का इलाज किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है