जिले में पारा 43 डिग्री पार, धूप व गर्म हवा से लोगों का जीना हुआ मुहाल
लगभग एक माह से भीषण गर्मी और लू से लोग हलकान हैं. प्रचंड गर्मी का अपना तेवर रविवार को भी नीचे नही उतरा तापमान लगभग 43 डिग्री सेल्सियस रहा
बेगूसराय. लगभग एक माह से भीषण गर्मी और लू से लोग हलकान हैं. प्रचंड गर्मी का अपना तेवर रविवार को भी नीचे नही उतरा तापमान लगभग 43 डिग्री सेल्सियस रहा. रविवार को भी दिन निकलते ही धूप का असर दिखने लगा. दोपहर तक भीषण गर्मी और 21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गरम हवा चली. कड़क धूप व गरम हवा ने लोगों को हाल बेहाल कर दिया.अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया वही न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पर अटक गयी.चिलचिलाती धूप होने से जन जीवन अस्त व्यस्त रहा. दोपहर के समय शहर के बाजारों में रौनक गायब रही. दुकानदार ग्राहक का इंतजार करते रहे.मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक गरमी इस सप्ताह में और बढ सकती है. पिछले वर्ष की तुलना में गरमी रिकार्ड बना रहा है. वहीं नावकोठी प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में प्रचंड गर्मी से आमजन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.सुबह से शाम तक एक जैसी गर्मी ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है.सुबह सूर्य निकलने के साथ ही आग बरसना शुरू हो जाता है.बिजली की आंख मिचौनी ने घरों में रहने वाले को और अधिक परेशानी में डाल रखा है. कभी ग्रिड में तो कभी यार्ड में काम के नाम पर घंटों बिजली कट किया जाता है.इससे आग बरसाती गर्मी से लोग झुलसने को बाध्य हैं.प्रचंड गर्मी से सड़कें सुनसान नजर आती है.लोगों का आवाजाही काफी कम हो गया है.शिक्षा विभाग ने गर्मी के मद्देनजर निजी विद्यालय के संचालन में बदलाव के आदेश दिया है.निजी विद्यालय पूर्वाह्न 6:30 से 11:00 बजे तक ही संचालित करने का आदेश निर्गत किया है. गर्मी के चपेट में आकर लोग बीमार हो रहें हैं. डायरिया तथा लू से अधिकांश ग्रसित हो रहें हैं. खेतों में लगे पशु चारा, सब्जियों के पौधे गर्मी के कारण झुलस रहे हैं. किसान हरि नंदन महतो, रामजपो महतो, श्याम महतो, श्रवण कुमार आदि ने बताया कि उसे बचाने के लिए 200 रूपये से 250 रूपये प्रति घंटे की दर से पंपसेट से सिंचाई कर रहे हैं.फिर भी वह बच नहीं पा रहा है.हरे चारा की कमी हो जाने से दुग्ध उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.दुधारू पशुओं के दूध में कमी हो गयी है. गाय आदि गर्मी के कारण हांफने लगी है. दिन में कई बार धोने तथा पंखे के नीचे रखने के बावजूद भी वह बीमार हो रही है.गर्मी के कारण मजदूरों को भी काम करने की क्षमता में कमी आ गयी है. वातावरण का पारा42 डिग्री सेल्सियस से भी पार कर गया है.लोग घरों में रहने के लिए विवश हैं.मौसम विभाग ने चार दिनों तक और गर्मी बढने की भविष्यवाणी की है.इससे लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने जा रही है.चिकित्सक ने लोगों को गर्मी में घरों पर रहने की सलाह दी है. अत्यावश्यक कार्य होने पर शरीर को गमछा, तौलिया आदि से ढककर तथा पानी पीकर ही घर से निकलने की सलाह दी. डंडारी प्रतिनिधि के अनुसार, इसबार चैत्र में ही जेठ जैसी भीषण गर्मी पड़ने लगी है. तीखी धूप निकलने से दिन का तापमान बीते एक सप्ताह से अधिक रहा है. दिन में 10 बजे के बाद तेज धूप के कारण लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. तेज पछिया हवा अभी से ही लोगों को झुलसाने लगी है. लोगों का कहना है कि बीते कई सालों में चैत्र मास में ऐसी गर्मी नहीं पड़ी है. हलांकि राहत की बात यह है कि रात का तापमान ठीकठाक जरुर है. तेज धूप के कारण मुंग, मक्का एवं सब्जी के फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. खेत में नमी की कमी के कारण किसान खेतों में पटवन कर मुंग की बुआई कर रहे हैं. वहीं जो किसान मुंग की बुआई कर चूके हैं उनका मुंग नमी की कमी के कारण नहीं उग पा रहा है. तेज पछुआ हवा एवं तेज धूप के कारण मक्का के पौधे भी समय से पहले झुलसने लगे हैं. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा. यही स्थिति विभिन्न सब्जी की फसलों की भी है. कद्दू, नेनुआ आदि के पौधे भी झुलस रहे हैं. साग – सब्जी की खेती करने वाले किसान मायुस हो रहे हैं. लत्तीदार पौधे भी मुरझाने लगे हैं.