बेगूसराय. कभी कभी विभागीय उदासीनता के कारण सारे सरकारी संसाधन रहने के बावजूद किसी संस्थान का जो लक्ष्य होता है अवरुद्ध होने लगता है ऐसा ही मामला बेगूसराय संग्रहालय भवन का होता जा रहा है. भवन की छत जर्जर स्थिति में पहुंच गयी है. जगह जगह से बरसात के मौसम में पानी का रिसाव हो रहा है. संग्रहालय की चारदीवारी भी जगह जगह से जर्जर होकर गिरने की स्थिति में आ गयी है.जिससे एक ओर जहां संग्रहालय में रखे विभिन्न पुरावशेषों की सुरक्षा व संरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है तो वहीं दूसरी और संग्रहालय में बुनियादी सुविधाओं का भी घोर अभाव है.विभागीय सूत्रों के अनुसार बिहार सरकार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग कार्यालय संग्रहालयाध्यक्ष के द्वारा दिसंबर माह वर्ष 2023 में भी संग्रहालय भवन की जर्जरता को लेकर सारी स्थितियों से कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग को अवगत कराया गया था.पत्र के माध्यम से बताया गया था कि बेगूसराय संग्रहालय भवन,शौचालय तथा फर्श आदि जहां तहां क्षतिग्रस्त हो गया है.भवन निर्माण विभाग से बेगूसराय संग्रहालय भवन मरम्मति, फर्श के जीर्णोद्धार, सभागार स्टेज, कुर्सियों तथा साउण्ड सिस्टम की व्यवस्था, चहारदीवारी के साथ पैदल पथ का निर्माण; रंग-रोगन, समरसेबुल स्थापित करने एवं कांसेलेड काॅपर वायरिंग कराने हेतु तकनीकी दल से निरीक्षण करवाते हुए तकनीकी रूप से अनुमोदित प्राक्कलन उपलब्ध कराने को कहा गया ताकि अग्रेतर कार्रवाई हेतु निदेशालय को प्रेषित किया जा सके.परंतु इस दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हो पायी है.सारी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.जबकि संग्रहालय भवन मानव जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण है. संग्रहालय हर एक सभ्यता का इतिहास खंड व मनुष्य के विभिन्न क्षेत्रों में हुये परिवर्तन को उजागर करता है.पुरावशेषों के जरिये अपने पूर्वजों के सांस्कृतिक, सामाजिक,आर्थिक व राजनीतिक जीवन से परिचित होने विरासत को सजाने सुरुचिपूर्ण ढंग से उन्हें प्रदर्शित करने और इतिहास के वैज्ञानिक अवधारणा के निर्माण में संग्रहालय अपनी अहम भूमिका निभाता है.इसी उद्देश्य को लेकर बेगूसराय संग्रहालय की स्थापना की गयी थी. बेगूसराय जिला तथा इसके आसपास बिखरे सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित कर भारतीय इतिहास के साथ-साथ क्षेत्रीय इतिहास को समृद्ध करने के लिए सरकार द्वारा वर्ष 1981 में स्थापित किया गया था.जिसे बाद में वर्ष 2006 में उक्त संग्रहालय को लोहिया नगर स्थित रेशम विभाग की भूमि के कुछ हिस्सों पर बेगूसराय संग्रहालय भवन निर्मित कर स्थाई रुप से स्थानांतरित कर दी गयी थी.
जिला योजना पदाधिकारी व संस्कृति पदाधिकारी भी भवन का कर चुके हैं निरीक्षण
संग्रहालयाध्यक्ष के द्वारा तत्कालीन डीएम रोशन कुशवाहा से बरौनी रिफाइनरी के सीएसआर फंड से बेगूसराय संग्रहालय के लिए आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के संबंध में आग्रह भी किया गया था.जिसमें तत्कालीन जिला पदाधिकारी से कहा गया था कि बेगूसराय संग्रहालय, सांस्कृतिक एवं दर्शनीय स्थल है जहाँ दर्शक, शोधार्थी, पर्यटक आदि आते रहते हैं. एक शैक्षणिक केन्द्र के रूप में धरोहर संरक्षण जागरुकता कार्यक्रम भी समय-समय पर आयोजित किये जाते हैं.साथ ही संग्रहालय के कार्यकलापों को सफलतापूर्वक संचालन के लिये कुछ आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था कराने का आग्रह किया गया था. प्रमुख आवश्यकताओं में बताया गया था कि संग्रहालय भवन रेलवे के फ्लाईओवर से बैंक गया है जिसके लिये पुल के नीचे एवं द्वार के सामने एक बड़े साइनबोर्ड लगाने की आवश्यकता है. इसके साथ ही संग्रहालय के मुख्य द्वार एवं भवन के ऊपर एलईडी लाईट से युक्त एक एक साइनबोर्ड लगाना, धरोहर संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम हेतु एक सभागार है जिसमें 150 कुर्सियां, एक लम्बा टेबुल, एक भाषण टेबुल, एक सेट साउण्ड सिस्टम, एक प्रोजेक्टर, 10 एयरकंडीशनर, एक सोफासेट, एलइडी लाइट आदि उपलब्ध कराने,कार्यालय में अतिथियों के लिए एक सोफासेट तथा बड़े टेबुल कुर्सी का सेट क्रय करने, संग्रहालय भवन के चारों तरफ पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था हेतु 20 स्ट्रीट लाइट एवं 100 गार्डन लाईट लगाने आदि आवश्यकताओं की ध्यान आकृष्ट कराया गया था.तत्कालीन डीएम के निर्देश पर जिला योजना पदाधिकारी व संस्कृति पदाधिकारी संग्रहालय भवन पहुंच कर सौंदर्यीकरण को लेकर विस्तृत रुप से निरीक्षण भी किया था.परंतु अभी तक न तो जर्जर छत का मरम्मती हो पाया है और न ही सौंदर्यीकरण को लेकर कोई ठोस प्रगति दिख रही है.बोले पदाधिकारी
संग्रहालय भवन का निरीक्षण किया गया है. संग्रहालय के सौंदर्यीकरण एवं एवं अन्य विकास कार्यों के लिए कार्ययोजना प्रगति पर है.श्याम सहनी, जिला संस्कृति पदाधिकारी, बेगूसराय
बेगूसराय संग्रहालय बेगूसराय के भवन के जीर्णोद्धार हेतु भवन निर्माण अंचल बेगूसराय से तकनीकी प्राक्कलन उपलब्ध कराने के लिए अनेकों बार आग्रह किया गया है. प्राक्कलन उपलब्ध होने के बाद ही संग्रहालय निदेशालय को भेजा जा सकता है.शिवकुमार मिश्रा, सहायक अध्यक्ष, बेगूसराय संग्रहालय
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