बरौनी. नप बरौनी क्षेत्र के बारो उत्तरी वार्ड 26 में स्थित एक ही परिसर में संचालित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बारो. प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंचने का रास्ते के विकल्प को ही अवरुद्ध कर दिया गया. पूर्व में इन संस्थानों तक किसी प्रकार लोग खेत के पगडंडी होकर आवागमन करते थे, लेकिन बीते दिनों उक्त पगडंडी को भी भू-स्वामी के द्वारा अवरुद्ध कर दिये जाने से न केवल विद्यालय में पढ़ने जाने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है, बल्कि वार्ड एवं पंचायत स्तर पर सरकार द्वारा लोगों की सुविधा के लिए प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था भी बाधित हो गयी है.
वार्ड पार्षद सहित अन्य लोगों ने पदाधिकारी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की
इधर, नगर परिषद बरौनी के वार्ड 26 वार्ड पार्षद रंजना देवी, विद्यालय प्राचार्य वीरेंद्र चौधरी, स्वास्थ्य प्रभारी श्वेता कुमारी ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं डीएम बेगूसराय सहित अन्य विभागीय एवं प्रशासनिक पदाधिकारी को आवेदन देकर इन सभी संस्थाओं तक पहुंच पथ के लिए गुहार लगायी है. लोगों ने बताया कि बीते 10 सितंबर 2024 को भी निबंधित डाक से उपरोक्त संबंध में सभी जगहों पर आवेदन भेजकर गुहार लगायी है, लेकिन इस दिशा में आजतक कोई पहल मुनासिब नहीं समझा गया है. इस संबंध में एसडीओ तेघड़ा राकेश कुमार ने कहा शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ा काफी गंभीर मामला है. पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है. बहुत जल्द इस दिशा में सकारात्मक पहल दिखाई देगा.बगैर रास्ते वाली जमीन पर सरकारी योजना से कैसे बना भवन
लोगों के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर बगैर रास्ते वाली भूमि पर लाखों रूपया के सरकारी योजना से उत्क्रमित मध्य विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र एवं नल जल योजना की पानी टंकी आदि किसकी सहमति से और किन जनप्रतिनिधि की मौजूदगी में बनी और अगर समाज कल्याण के लिए महत्वपूर्ण शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसी संस्था अगर बन गयी तो फिर क्षेत्र के पदाधिकारी आजतक मौन क्यों हैं. और रास्ते का विकल्प क्बयों नहीं तैयार किया जा सका. ताकि इस क्षेत्र के बच्चे समुचित शिक्षा और सरकारी चिकित्सा का लाभ ले सकें. एवं यह क्षेत्र भी विकास की पथ पर अग्रसर हो सके. लोगों का साफ कहना है नगर परिषद बरौनी का गठन तो कर दिया गया है लेकिन स्थिति पंचायत से भी बदतर नर्क जैसी है. स्थानीय लोगों का कहना है नगर परिषद बरौनी कार्यालय में भ्रष्टाचार का खुलेआम खेल चल रहा है. कार्यपालक पदाधिकारी सरकारी राशि का लूट खसोट करने में कोई कोर कहर नहीं छोड़ रहे हैं. बरौनी नगर परिषद में मनमाफिक कर्मी को निविदा पर बहाल किया गया है सभी कमीशनखोरी में लिप्त हैं. लोगों ने साफ कहा अगर डीएम बेगूसराय और राज्य स्तर पर बरौनी नगर परिषद के दो साल की योजना और सरकारी राशि की जांच की जाए तो सनसनीखेज खुलासा होगा और सरकारी राशि के बंदरबांट पर विराम लग सकेगा. वहीं नगर परिषद बरौनी कार्यपालक पदाधिकारी रणबीर कुमार से जब इस संबंध में जानकारी लेने के लिए उनके मोबाइल पर फोन किया तो दो बार फुल रिंग होने के बाद भी उन्होंने जबाब देना मुनासिब नहीं समझा.
370 छात्रों की पढ़ाई पर खतरा, पदाधिकारी मौन
बेगूसराय जिला के नगर परिषद बरौनी बारो उत्तरी वार्ड संख्या 26 में उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले 216 छात्राएं एवं 154 लगभग 370 छात्रों की शिक्षा व्यवस्था पर विराम लगने के साथ उनके अभिभावक को बच्चों का भविष्य अंधकारमय होने का डर सता रहा है. साथ ही इस क्षेत्र के लोग सरकारी चिकित्सा व्यवस्था से भी वंचित होने के कगार पर हैं. जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. कारण नप बरौनी वार्ड 26 में एक ही परिसर में उत्क्रमित मध्य विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं आंगनबाड़ी पर लोग खेत के पगडंडी रास्ते के सहारे जाया करते थे. जिस रास्ते को भू स्वामी द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया. संस्था के पदाधिकारी एवं स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद आजतक कोई पहल नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश के साथ पदाधिकारी के प्रति उदासीनता है. नगर परिषद बरौनी कार्यपालक रणधीर कुमार की कार्यशैली से लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. लोगों ने साफ कहा कार्यपालक पदाधिकारी को जनता के काम से कोई लेना देना नहीं है इनको सिर्फ ठेका पट्टा कमीशन एवं सरकारी राशि के बंदरबांट से मतलब है. बताते चलें कि इस परिसर में 370 छात्र छात्राएं, 09 शिक्षक शिक्षकाएं, आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 205 पर शिक्षा ग्रहण करने आने वाले छोटे छोटे बच्चों और सेविका सहायिका, स्वास्थ्य उपकेंद्र में 2 एएनएम तथा 01 सीएचओ का कार्य प्रभावित है. एवं ग्रामीण, अभिभावक सहित चिकित्सा को आने वाले मरीज के बीच मायूसी छायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है