बेगूसराय.
शुक्रवार को दूसरे दिन भी जिला परिषद कार्यालय परिसर में जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह समेत दर्जनों पार्षदों के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा. जिप अध्यक्ष ने कहा पिछले वर्ष 24 दिसंबर, 2024 को जिप के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सोमेश बहादुर माथुर को लिखित रूप से पांच सूत्री मांग पत्र दिया था. उस लिखित मांग पत्र पर एक सप्ताह बीत जाने के बाद जब कुछ नहीं हुआ तो विवश होकर उनके विरोध में हम लोगों को धरना पर बैठना पड़ा है. जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि डीडीसी द्वारा जब तक हम लोगों को लिखित रुप से नहीं दिया जायेगा, तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. जिप उपाध्यक्ष ने कहा इस धरने पर बैठने के कारण जिप की बहुत बड़ी बदनामी हो रही है. उन्होंने कहा कि डीडीसी के खिलाफ धरना को हम लोग तीन साल तक इसे टालने का प्रयास किया, लेकिन हम लोगों को मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा है. उन्होंने डीडीसी पर आरोप लगाया कि तीन माह पहले जो टेंडर हुआ उसका एग्रीमेंट क्यों नहीं हुआ. इसका पहले जबाव दें डीडीसी. हम लोग अभी धरना तोड़ देंगे. जिप के सदस्य अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि यह जिला परिषद जिले का सर्वोच्च सदन है. जनता के द्वारा चुना हुआ और त्रिस्तरीय पंचायती राज का बेगूसराय जिप यह सरकार है. उन्होंने कहा कि सदन में जो चर्चा करके जो जिप सदस्य के द्वारा प्रस्ताव दिये जाते हैं. उसको लागू करने की जिम्मेदारी डीडीसी को है. उन्होंने कहा कि अगर डीडीसी द्वारा जल्द कार्रवाई नहीं होगी तो पंचायत की जनता का जन आंदोलन भी यहां लगेगा और उससे भी नहीं सुनेंगे तो हम लोग भूख हड़ताल भी करेंगे, लेकिन अब उनको छोड़ेंगे नहीं. जिला पार्षद नंदलाल राय ने कहा कि हम लोगों का तीन साल का कार्यकाल अब समाप्त हो गया है. मात्र दो साल और बचा हुआ है. वह भी एक साल 2025 में चुनाव में ही चला जायेगा. हम लोग जनता को क्या जाकर मुंह दिखायेंगे. हमारी मांगें जब तक पूरी नहीं होंगी, तब तक धरना जारी रहेगा. धरना पर बैठे जिप उपाध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, उपाध्याय राजीव कुमार सिंह, अंजनी कुमार सिंह, झूना सिंह, अमित कुमार, मनमोहन महतो, राम प्रकाश पासवान, दिनेश चौरसिया, पंकज कुमार शर्मा, पुष्पा देवी, किरण कुमारी, घनश्याम राय, शिल्पी कुमारी, रितु कुमारी, नंदलाल राय, डिंपल कुमारी, खुशबू देवी भी उपस्थित थे.कोट
जिला परिषद के माध्यम से विकास कार्यो को धरातल पर उतारने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. जिला परिषद सदस्यों से भी इस संबंध में बातचीत हुई है. सोमेश बहादुर माथुर, डीडीसी, बेगूसरायडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है