बेगूसराय. एक तरफ इंडियन रेलवे बेगूसराय स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिये यात्रियों को बड़े-बड़े सपने दिखा रही है. बेगूसराय स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा बनाने के लिये सोनपुर के डीआरएम हर तीन महीने में बेगूसराय स्टेशन आकर मुंगेरीलाल के हसीन सपनों को बेगूसराय के यात्रियों को जरूर दिखा ही रही है. लेकिन, विकास की एक ईंट भी बेगूसराय में जुड़ती नजर नहीं आ रही है. बेगूसराय स्टेशन के उत्तर साइड स्थित 40 हजार से अधिक की आबादी को रेलवे ने प्रभावित कर दिया है. बेगूसराय स्टेशन से जुड़ने के लिये लोहियानगर, पनहास, बाघा, बाघी के निवासियों को महज ही 100 से 150 मीटर की दूरी तय करनी होती थी. अब रेलवे की तरफ से लोहे की घेराबंदी कर देने से इन क्षेत्रों के निवासियों को एक किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी पड़ जा रही है. वो भी एक किलोमीटर की दूरी में घुमावदार रास्ता, लोहियानगर की 47- ए घुमटी, एनएच-31 पर गाड़ियों की तेज रफ्तार व ट्रैफिक जाम की समस्या को झेलते हुये यात्री बेगूसराय स्टेशन पहुंच रहे हैं.
उत्तर साइड रेलवे ने यात्रियों को रोकने के लिए बनायी लोहे की दीवार
लोहियानगर, पनहास, आनंदपुर, बाघा एवं बाघी के 40 हजार से अधिक आबादी को रेलवे ने प्रभावित कर दिया है. रेलवे के द्वारा उत्तर साइड पहले तो स्टेशन का उत्तरी द्वार, प्लेटफार्म, टिकट घर बनाने का निर्णय लेकर यात्रियों के मनोबल को चौथे आसमान तक पहुंचा दिया था. लेकिन, अब 15 दिन पूर्व यात्रियों के सपनो को मसलते हुये रेलवे ने उत्तर साइड लोहे के पिलरों से दीवार खड़ी कर दी है. बावजूद दूरी तय नहीं करने वाले यात्री लोहे के पिलरों से किसी तरह स्टेशन की तरफ चढ़ जाते हैं. इसके साथ ही लोहे के पिलरों को सटा कर रेलवे ने 04 फीट चौड़ी व 05 फ़ीट गहरी गड्ढे को खोद दिया है, ताकि यात्री किसी भी परिस्थितियों में उत्तर साइड से स्टेशन पर ना चढ़ सकें. जबकि लोहे के पिलरों से सटा कर खोदी गयी गड्ढे से देर शाम या रात में गुजरने वाले यात्री कभी भी हादसे के शिकार हो सकते हैं, और उस गड्ढे में गिरकर अपनी जान भी गवां सकते हैं.कहते हैं यात्री
मैं स्टेशन के उत्तर साइड स्तिथ सुह्रद नगर के अर्चना बिहार कॉलोनी में रहती हूं. हर महीने मैं ट्रेन से भारत के विभिन्न पर्यटन स्थल पर जाती हूं. पूर्व के दिनों में उत्तर साइड से ही प्लेटफार्म पर जाना होता था. यह मेरे लिये एवं बच्चों के लिये आसान होता था. लेकिन जब मैं पिछले सप्ताह बेगूसराय स्टेशन से ट्रेन में सफर करने गयी तो उत्तर साइड से पूरी तरह से घेराबंदी की हुई पाई. ट्रेन का समय भी हो चुका था और घूम कर जाना कष्टकारी हो गया. लक्की भारद्वाज, अर्चना बिहार निवासखगड़िया जाने के लिये मेंरी ट्रेन शाम सात बजे है. मैं लोहियानगर का निवासी हूं. पहले तो मैं लोहियानगर से निकलता था और महज ही पांच मिनट में ही स्टेशन के उत्तर साइड से ट्रेन की यात्रा कर लेता था. अब लोहियानगर से निकल कर स्टेशन जाने में 25 मिनट का समय लगता है, क्योंकि लोहियानगर से निकलने के बाद लोहियानगर गुमटी क्रॉस करना,फिर एनएच व ट्रैफिक से होकर स्टेशन पहुंचना होता है.
पप्पू चौधरी, लोहियानगर निवासीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है