बछवाड़ा.
प्रयागराज के महाकुंभ से स्नान कर लौट रहे प्रखंड क्षेत्र के चमथा 2 पंचायत के वार्ड छह चमथा बड़खुट गांव निवासी स्व त्रिवेणी सिंह के 87 वर्षीय पुत्र देवेन्द्र प्रताप सिंह व दामाद 66 वर्षीय अमरेंद्र कुमार सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. मौत की खबर सुनते ही गांव में मातम छा गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि चमथा निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह अपने छोटे पुत्र, पुत्रवधू, पुत्री और दामाद के साथ विगत 27 जनवरी को शादी समारोह में शामिल होने लखनऊ गये थे. शादी समारोह समाप्त होने के उपरांत उक्त सभी लोगों ने प्रयाग राज के संगम महाकुंभ स्नान के लिए निकले और सभी लोग कुंभ स्नान के बाद सभी लोग काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए बनारस जा रहे थे. काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने से पूर्व ही गुरुवार की अहले सुबह मारुति कार अनियंत्रित होकर खड़ी इलेक्ट्रिक बस के अंदर चली गयी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी जिस कारण मारुति कार क्षतिग्रस्त हो गया. मारुति में सवार चमथा निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह और उनके दामाद मारुति चला रहे अमरेन्द्र कुमार सिंह समेत पुत्र, पुत्रवधू व पुत्री गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग व पुलिस प्रशासन ने आनन फानन में सभी घायल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सक ने देवेंद्र प्रताप सिंह और उनके दामाद सहरसा जिले के सोनवर्षा राज के भाजपा मंडल अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह को डॉ ने मृत घोषित कर दिया. वही मारुति सवार मृतक के पुत्र प्रवीण कुमार सिंह पुत्र वधु सुषमा देवी और पुत्री विभा कुमारी का गंभीर स्थिति में इलाज चल रहा है. घटना के बारे में जब घायल प्रवीण सिंह से दूरभाष पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मृतक मेरे पिताजी व बहनोई दोनों की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम के उपरांत काशी विश्वनाथ के गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया जायेगा. मेरे बड़े भाई व भाभी किसी आवश्यक कार्य से बाहर है. वही समाजसेवी व मृतक के पौत्र निशांत कुमार वत्स ने बताया कि मेरे दादाजी मृतक देवेन्द्र प्रताप सिंह एक समाजसेवी व्यक्ति थे,चमथा गांव स्थित उगन त्रिवेणी महाविद्यालय बनाने में अहम योगदान रहा. वही चमथा गांव में मौत की खबर सुनते ही गांव में मातरम् छा गया वही उनके दामाद भाजपा ने नेता के निधन से भाजपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गयी. उनको क्या मालूम था कि जिस महाकुंभ स्नान के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से लोग पहुंच रहे हैं,जिस स्नान को अमृत स्नान भी कहा जाता है उस स्नान के उपरांत महाकाल भगवान शिव के दर्शन से पुर्व ही इस तरह की घटना होगी और एक ही साथ ससुर व दामाद दोनों की मौत हो जायेगी. स्थानीय लोगों के अनुसार मृतक के परिवार में अन्य सदस्य दुसरे दूसरे शहर में रहते हैं. घर की देखभाल मृतक बुजुर्ग ही किया करते थे. वहीं विगत दिनों 24 जनवरी को प्रयागराज में लगे महाकुंभ में अमृत स्नान के उपरांत लौटने के दौरान निकले रुदौली पंचायत के रुदौली गांव निवासी भागीरथ सिंह की 55 वर्षीय पत्नी गार्गी कुमारी की मौत सड़क दुर्घटना में हो गयी. परिजनों ने बताया कि मृतक गार्गी कुमारी व ग्रामीण रवीश कुमार की 39 वर्षीय पत्नी रीता कुमारी व 20 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार, स्व जयनंदन सिंह की 55 वर्षीय पत्नी मुन्नी देवी व 9 वर्षीय नाती श्रेष कुमार उर्फ छोटू के साथ भाड़े के स्कॉर्पियो से प्रयागराज कुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए अपने घर से निकले थे. कुंभ स्नान कर लौटने के दौरान उत्तरप्रदेश के गाजीपुर टॉल प्लाजा से दो किलोमीटर पहले अनियंत्रित होकर गाड़ी गहरे गड्ढे मे जा गिरी. स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी घायलों को गाजीपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां गार्गी कुमारी को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया और घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है