प्राथमिक विद्यालय के भवन की छत टूटकर गिरी, बाल-बाल बचे छात्र
प्रखंड क्षेत्र के चमथा एक पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय बिंद टोल में बुधवार की सुबह विद्यालय भवन का छत टूटकर गिर गया. वहीं अध्यनरत छात्र बाल बाल बच गये.
बछवाड़ा. प्रखंड क्षेत्र के चमथा एक पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय बिंद टोल में बुधवार की सुबह विद्यालय भवन का छत टूटकर गिर गया. वहीं अध्यनरत छात्र बाल बाल बच गये. बताते चलें कि विद्यालय में पढ़ाई के दौरान अचानक छत टूट कर गिर गया. जिससे विद्यालय में पढ़ाई कर रहे छात्र समेत शिक्षकों में अफरातफरी का माहौल हो गया. विद्यालय भवन छोड़कर सभी छात्र व शिक्षक विद्यालय परिसर से बाहर निकल गये. स्थानीय अविभावकों ने बताया कि इससे पूर्व भी विद्यालय स्थित भवन का दो वार छत टूटकर गिर चुका है. जिस कारण छात्रों को विद्यालय भेजने में भी डर लगता है. उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार का निर्देश है कि विद्यालय में छात्रों की 90 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है और दूसरी तरफ भवन जर्जर है भवन का छत टुटकर गिर रहा हैं, ऐसी स्थिति में छात्रों को विद्यालय भेजने में भी डर लग रहा है. उन्होंने बताया कि शिक्षा समिति की बैठक के दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा विद्यालय में भवन की स्थिति को लिखित रुप से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अवगत कराया गया था. लेकिन आज तक विभाग के द्वारा जर्जर विद्यालय भवन की मरम्मत नहीं किया गया. घटना को लेकर स्थानीय मुखिया संजय दास ने बताया कि विद्यालय में भवन का निर्माण लगभग बीस वर्ष पहले हुआ था जो वर्तमान समय में जर्जर हो चुका है. विद्यालय में भवन जर्जर रहने के कारण आए दिन छत टुटकर गिरता रहता है और कहीं न कहीं विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र घायल होते रहते हैं. आज तक लिखित शिकायत के बावजूद शिक्षा विभाग के द्वारा जर्जर भवन को लेकर कोई पहल नहीं किया गया. जबकि ग्रामीणों के द्वारा नये भवन निर्माण को लेकर लिखित आवेदन भी दिया गया था. लेकिन आज तक इस पर विभाग व पदाधिकारी के द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया. इस जर्जर भवन में अपने बच्चों को भेजना खतरा से खाली नहीं है.उन्होंने बताया कि विद्यालय में लगभग चार सौ छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं.जर्जर भवन में पढ़ाई के दौरान कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण के साथ मिलकर जिलाधिकारी से जर्जर भवन के बदले नये भवन निर्माण कराने की मांग करेंगे. प्राथमिक विद्यालय बिंदटोल के प्रधानाध्यापक अशोक महतो ने बताया कि विद्यालय में भवन की स्थिति काफी जर्जर है और भवन के अन्दर जाने में भी डर लगता है. भवन के छत में लगा सरिया में जंग लगने के साथ ही छत से बाहर निकला हुआ है, जिस कारण पठन पाठन योग्य नहीं है. बावजूद इस भवन में पठन पाठन करना छात्रों व शिक्षकों के ज़िन्दगी से खिलवाड़ करना है. इसलिए हमलोग जर्जर भवन में अब छात्रों को पढ़ाने का कार्य नहीं कर दूसरे भवन में पठन पाठन का कार्य करेंगे. मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय चमथा बिंदटोल में भवन का छत गिरने की सूचना प्राप्त हुआ है. जांचोपरांत वरीय पदाधिकारी को लिखित रूप से अवगत कराया जाएगा.
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