बीहट. जिउतिया पर्व के पारण के दिन चकिया थाना क्षेत्र के रूपनगर घाट के गंगा वाया नदी में स्नान करने के दौरान दो दोस्त डूब गये. इससे दोनों की मौत हो गई. घटना के करीब 18 घंटे बाद दोनों किशोरों का शव बरामद किया गया है. मृतक दोनों किशोरों की पहचान एफसीआई थाना क्षेत्र के बीहट नगर परिषद वार्ड-21 शिव स्थान निवासी भोला सिंह के पुत्र कन्हैया कुमार (14) व वार्ड-22 निवासी विजय जायसवाल के पुत्र ऋषभ कुमार (15) के रूप में की गई है. बताया जा रहा है कि दोनों किशोर बुधवार की दोपहर साइकिल लेकर घर से निकले थे, उसके बाद देर शाम तक वापस घर नहीं लौटे. गुरुवार की सुबह शव मिलने के बाद पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के उपरांत शवों को उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया. इस हृदयविदारक घटना से बीहट नगर परिषद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है.
विद्यालय परिवार की ओर से दी गयी श्रद्धांजलि :
मिली जानकारी के अनुसार कन्हैया कुमार भोला सिंह का इकलौता पुत्र था. उससे बड़ी तीन बहने हैं.व ह बीहट के ज्ञान भारती स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था. वहीं विजय जायसवाल का पुत्र ऋषभ मध्य विद्यालय बीहट में आठवीं कक्षा का छात्र था और कुश्ती खिलाड़ी भी था, जिसने हाल ही में स्कूली खेल में विद्यालय की ओर से भाग लेकर कुश्ती में अच्छा प्रदर्शन किया था. ऋषभ और कन्हैया के मौत की सूचना के बाद बीहट मध्य विद्यालय और ज्ञान भारती विद्यालय परिवार द्वारा शोक संवेदना प्रकट करते हुए बच्चों को छुट्टी दे दी गई.सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद घटना का पता चला :
एक तरफ जिउतिया पर्व में जहां संतान की लंबी उम्र के लिए कामना की गई, वहीं दो परिवार को संतान के लिए आंसू बहाते देखा गया. इनकी संतानों की जीवन डोर कब टूट गई,इन्हें घटना के सात घंटे बाद पता चला.अब इन परिवारों में खुशी की जगह मातम पसरा हुआ है. दरअसल दोपहर 2 बजे से ही एक साइकिल और दो शर्ट-पेंट रूपनगर सिमरिया आरबीआर चिमनी के सामने गंगा किनारे रखा मिला था. इसकी सूचना देर शाम 112 को दे दी गई. इसके बाद कपड़ा, चप्पल और साइकिल का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. खबर वायरल होने के बाद पता चला कि दोनों बच्चे बीहट नगर परिषद के रहने वाले हैं.घटना की जानकारी मिलते ही दोनों परिवार में घबराहट फैल गई और परिजन रूपनगर घाट की ओर दौड़ पड़े.एसडीआरएफ की टीम ने नहीं लिया रिस्पांस :
स्थानीय लोगों ने बताया कि रात में कई बार सूचना देने के बाद भी जब एसडीआरएफ की टीम सिमरिया से नहीं आई तो अनिल कुमार सहित अन्य स्थानीय गोताखोरों ने लाइट जलाकर अपने संसाधनों के साथ खोजबीन शुरू की,लेकिन रात के कारण कुछ पता नहीं चल पाया.आक्रोशित स्थानीय लोगों ने कहा यहां से मात्र दो किलोमीटर दूर सिमरिया में एसडीआरएफ का कैंप है,लेकिन कई बार सूचना देने के बाद भी टीम नहीं आई.गुरूवार की सुबह में जब स्थानीय लोग गंगा स्नान करने जा रहे थे तो घटनास्थल से करीब 100 मीटर आगे झाड़ी में फंसा शव देखकर ग्रामीणों को सूचना दी.इसके बाद स्थानीय लोगों के प्रयास से दोनों शवों को निकाला गया.शव मिलने के बाद से देखने वालों की काफी भीड़ लगी रही तो दूसरी तरफ दोनों के परिजनों को बेटे का इस तरह से दुनिया से चले जाने पर रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था.संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला उपवास रखी माताएं पुत्र वियोग में बेसुध पड़ जा रही थी.शिवस्थान से दो अर्थियां निकलते ही लोगों की आंखें छलक उठीं :
बीहट शिवस्थान के दो वार्डों से एक साथ उठी दो अर्थियां तो परिजनों का दर्द देख तड़प उठा पुरा मोहल्ला,हर किसी की आंख से आंसू छलक छलक उठे.सभी ने नम आंखों से मृतकों को अंतिम विदाई दी और मन से यही प्रार्थना की इस तरह का हादसा अब किसी शहर,टोला-मोहल्ला में न घटे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है