बेगूसराय : जिले में अहले सुबह हुई बारिश और तेज हवा से ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मच गया. किसान अपने -अपने खेत तथा गेहूं की दौनी स्थलों की ओर दौड़ पड़े. बेमौसम बरसात ने गेंहूं की फसल को काफी नुकशान पहुंचाया है. लॉकडाउन के कारण गेहूं कटनी को व्यवस्थित होने में थोड़ा विलंब हो गया है. जिससे जिले के लगभग आधा खेतों में अभी भी फसल नहीं कट सकी है. कटने की प्रक्रिया जारी है. वहीं सदर प्रखंड के अधिकांश पंचायतों में गेंहूं की दौनी भी चल रही है. थ्रेसिंग स्थल पर अधिकांश स्थानों पर गेंहूं के बोझे के ढेर लगे हुए थे. अचानक ही मौसम के यू टर्न लेने पर अधिकांश किसानों के गेहूं की गठ्ठर भीग गयी. वहीं खेतों में खड़े फसल भी वर्षा में भींगने के साथ ही जमीन पर गिर पड़ी. इससे किसानों के समक्ष बड़ी समस्या खड़ी हो गयी. कुछ फसल भी नष्ट होगी.
वहीं दो से तीन दिन तक कटनी और दौनी दोनों ही बाधित हो गया है. अचानक हुए वर्षा से शहरी लोग भी परेशान हो गये. गरमी के मौसम में बहुत लोग छत पर अथवा खुले आकाश में या आंगन में सोते हैं. सुबह अचानक झमाझम वर्षा से सभी हड़बड़ी में उठे. हालांकि लॉकडाउन के कारण शहर में वर्षा के कारण जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा.
बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की तोड़ी
कमरमंझौल/चेरियाबरियारपुर : लॉकडाउन की मार झेल रहे किसानों पर बुधवार की अहले सुबह उस वक्त प्रकृति कि आफत टूट पड़ी.जब अचानक आयी तेज आंधी के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि होने लगी. बताया जाता है बहुत सारे किसान गेहूं की दौनी के साथ अपने खेतों में पके गेहूं की कटनी कर रहे थे. तभी तेज़ आंधी और बारिश ने उनके कार्यों पर ब्रेक लगा दिया. बारिश एवं ओलावृष्टि से बचने के लिए खेतिहर किसानों के साथ मजदूर इधर-उधर भागने लगे. जबकि इस दौरान लगभग आधे घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि होती रही.
फलत: कटनी के बाद खेतों में पसरी गेहूं की फसल एवं उसका बंधा हुआ बोझा भिंग गया.साथ ही बारिश होने से खेत भी गीली हो गयी. जिसके फलस्वरूप 21 दिनों से लॉकडाउन की मार झेल रहे किसानों के समक्ष समस्याएं और भी गहरा गयी है. इस संबंध में क्षेत्र के बड़े किसानों में अनमोल कुमार शरण, कारी सिंह, कमल किशोर सिंह, रामचरित्र सिंह, नुनु महतो, सोगारथ सिंह, मो मकीम, साहेब पासवान,कारी सिंह आदि ने बताया कि बेमौसम की हुई बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण अगले दो दिनों तक गेहूं की कटनी एवं दौनी पर ब्रेक लग गया है. खेतों में पसरे गेहूं के फसल को सूखाने में जहां फजीहतों का सामना करना पड़ेगा.वहीं खेत गीला हो जाने के कारण कटनी का कार्य भी नहीं हो पायेगा.किसानों ने बताया अब भी लगभग चालीस से पचास प्रतिशत गेहूं के फसल की कटनी क्षेत्र में होना बाकी है.लॉकडाउन के कारण रबी फसल के कटनी एवं दौनी का कार्य धीमा रही. ओलावृष्टि एवं बारिश के कारण किसानों ने लगभग 30 से 40 प्रतिशत अनाज के उपज में क्षति होने का अंदेशा जाहिर की है.
साथ ही जिला प्रशासन से आकलन कर फसल क्षतिपूर्ति व मुआवजा देने की मांग की है.: बारिश होने से कहीं खुशी,कहीं गमबखरी. उमस भरी गर्मी का सामना कर रहे लोगों को बारिश से राहत मिली है. बुधवार को अचानक सुबह में मौसम का मिजाज बदल गया. बखरी क्षेत्र में सुबह-सुबह मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला. आसमान में बादल छाने के बाद तेज बिजली चमकने व ओला वृष्टि के साथ बारिश शुरू हो गयी. बारिश होने के वजह से जहां मेंथा, गन्ना, सब्जी की खेती करने वाले किसानों में खुशी है. वही लॅाकडाउन की बजह से मजदूर नहीं मिलने के कारण गेंहू कटाई करने में पीछे रहे. जबकि बारिश होने से मुख्य सड़क पर जमा पानी नगर प्रशासन की पोल खोल कर रख दिया है. नगर के आंबेडकर चौक, तांती मुहल्ला, गोढिहारी, गरही टोला, मक्खाचक, स्टेशन रोड़, मालगोदाम रोड़ आदि जगहों पर पानी का निकास नहीं रहने के कारण जमा हो गया है. इधर बारिश को देखकर कोरोना महामारी के बीच लोगों की चिंता भी बढ़ गयी है.