बेगूसराय. जिले में झुलसा देनी वाली धूप और उमस भरी गर्मी से लोग हलकान हैं.गुरुवार की मध्यरात्रि में आंधी आने और हल्के बुंदा-बांदी होने के कारण किसानों के बीच धूप व गर्मी से राहत मिलने तथा वर्षा होने की जो आस जगी थी धाराशायी हो गयी है.शनिवार को भी जिले का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पर रही.चिलचिलाती धूप के कारण सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु पक्षी और पालतू जानवर भी परेशान हैं.वहीं जिले में सब्जी की खेती पर झुलसा देने वाली गर्मी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.उमस भरी गर्मी ने लोगों को सड़क पर चलना भी मुश्किल कर दिया है.जिले भर में उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार एक सप्ताह तक गर्मी से राहत नहीं मिलने के संकेत दिए जा रहे हैं.आकाश में बादल के साथ साथ धूप के बने रहने की संभावना है. वहीं डंडारी संवाददाता के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में गर्मी का प्रचंड कहर जारी है. लू लोगों की परेशानी बढ़ा रही है. भीषण गर्मी अब कहर बरसाने लगी है. अब तो गर्मी से मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. इसका असर आमजनों व पशु-पक्षियों के साथ-साथ सब्जियों की फसलों पर भी दिखने लगा है. सूर्यदेव की प्रचंड तपिश से सब्जियों की फसल बुड़ी तरह से झुलसने लगी है. जिसका असर सब्जी उत्पादक किसानों को आर्थिक नुकसान उठाकर सहना पड़ रहा है. सब्जी उत्पादक किसान राजो सहनी, रामानुज साह, मनोज सहनी आदि ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण अचानक सब्जी की फसल झुलसने लगे हैं. इससे सब्जी का उत्पादन काफी कम होने लगा है. फलस्वरूप फसल को बचाने के लिए सब्जी उत्पादक किसानों को मंहगे सिंचाई का सहारा लेना पड़ रहा है. यहां तक की सिंचाई के बाद भी फासले खराब हो रही हैं. किसानों का यह भी कहना है कि अब इस भीषण गर्मी से सब्जी के फसल को केवल बारिश ही बचा सकती है. यदि अच्छी बारिश होती है तो न केवल सब्जियों की फसलों को संजीवनी मिलेगी बल्कि धान की बुवाई के लिए भी खेत तैयार करने में मदद मिलेगी. समय-समय पर करें फसल की सिंचाई : – कृषि सलाहकार गिरिश कुमार का कहना है कि गर्मी के दिनों में पौधों और जमीन के बीच पर्याप्त नमी बनाए रखने के लिए समय-समय पर जरूरत अनुसार सिंचाई करते रहें. यही एक कारगर उपाय है. इससे पौधों और जमीन में नमी को बनाए रखा जा सकता है. इससे सब्जी फसल को झूलसने से बचाया जा सकता है.
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