Begusarai News : सीएम से दिनकर विश्वविद्यालय की घोषणा का हो रहा इंतजार
Begusarai News : 18 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के तहत बेगूसराय पहुंच रहे हैं.
बेगूसराय. 18 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के तहत बेगूसराय पहुंच रहे हैं. बेगूसराय पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार भले ही 558 करोड़ की 640 योजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास करेंगे, लेकिन बेगूसराय की ज्वलंत समस्याएं आज भी मुंह बाये खड़ी हैं. सीएम की इस बार की यात्रा में बेगूसरायवासियों को यह इंतजार है कि यहां की ज्वलंत समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री इस बार अवश्य घोषणा करेंगे. बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए लोग उम्मीदें लगा बैठे हैं.
जिले में कई महत्वपूर्ण समस्याओं का नहीं हो पाया है निराकरण
ज्ञात हो कि बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए वर्षो से न सिर्फ आवाज बुलंद की जा रही है वरन इसके लिए विभिन्न संगठनों के द्वारा बेगूसराय से लेकर दरभंगा तक आंदोलन भी की जा चुकी है. बेगूसराय में विश्वविद्यालय नहीं होने से यहां के 25 से 30 छात्र-छात्राओं को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के लिए चक्कर लगाना पड़ा है. जिससे छात्र-छात्राएं मानसिक,शारीरिक व आर्थिक रूप से हलकान होते हैं. बेगूसराय के लोगों को उम्मीदें हैं कि प्रगति यात्रा के तहत सीएम बेगूसराय आ रहे हैं तो दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा अवश्य करेंगे ताकि यहां के छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक वातावरण बेहतर हो सकेगा.जिले से शुरू हो हवाई सेवा, बिहार सरकार से पहल की मांग
बेगूसराय- बरौनी बिहार की औद्योगिक राजधानी के रूप में शुमार है. यहां बरौनी रिफाइनरी, एनटीपीसी, हर्ल खाद कारखाना, बरौनी डेयरी, पेप्सी प्लांट समेत दर्जनों छोटे- बड़े उद्योग धंधे हैं. जिससे राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर के लोगों का आवागवन यहां होता है. इतना ही नहीं जिले के हजारों छात्र-छात्राएं देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ विदेशों में भी पढ़ाई और अपनी सेवा दे रहे हैं. बेगूसराय से हवाई सेवा समय की मांग है. लोगों को विश्वास है कि नीतीश कुमार आ रहे हैं तो इस दिशा में अवश्य पहल करेंगे.राजस्व में अव्वल रहने के बाद भी बेगूसराय स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव
आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि बेगूसराय जिला राजस्व में अव्वल वर्षो से आते रहा है लेकिन बेगूसराय स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां के लोगों को हावड़ा जाने के लिए हथिदह जाना मजबूरी हो जाता है. लगातार आवाज उठाने के बाद भी बेगूसराय स्टेशन का कायाकल्प नहीं हो पाया है. लोग बिहार सरकार नीतीश कुमार की तरफ टकटकी लगाये हुए हैं कि उनका बेगूसराय स्टेशन की तरफ ध्यान अवश्य जायेगा और इस स्टेशन का कायाकल्प कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे.जिले में पर्यटक स्थल की संभावना रहने के बाद भी नहीं हो रहा विकास
बेगूसराय जिले में पर्यटक स्थल की संभावना रहने के बाद भी एक भी स्थल को व्यवस्थित नहीं किया जा सका है. नतीजा है कि वर्षो से लोग अपने को उपेक्षित महसूस करते रहे हैं. मंझौल अनुमंडल स्थित जयमंगलागढ़ वर्षो से प्रसिद्ध स्थल के रूप में शुमार है लेकिन आज तक इसे पर्यटक स्थल का दर्जा नहीं मिल सका है जबकि बेगूसराय के अलावे राज्य के विभिन्न हिस्से से लोग माता जयमंगला के दरबार में पहुंचकर अपनी उपस्थित दर्ज कराते हैं और कांवर परिक्षेत्र का भ्रमण कर भाव विभोर होते हैं. इसी तरह से बेगूसराय शहर के मध्य स्थित नौलखा मंदिर चर्चित स्थल के रूप में रहा है. कई बार निगम से लेकर जिला प्रशासन के द्वारा इसे समृद्ध और पर्यटक स्थल का दर्जा देने हेतु पहल किया गया लेकिन इसे धरातल पर मूर्त रूप नहीं दिया जा सका है. सीएम के आने से लोगों को काफी उम्मीदें हैं कि इस स्थल का कायाकल्प होगा और लोगों की वर्षो की तमन्नाएं पूरी हो सकेगी.शाम्हो में डिग्री कॉलेज की वर्षों से हो रही है मांग
जिले के एक मात्र शाम्हो ऐसा प्रखंड है जो एक तरफ गंगा नदी तो एक तरफ क्यूल नदी से घिरा हुआ है. इस प्रखंड के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में 70 से 80 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है. यहां के लिए मटिहानी-शाम्हो गंगा नदी में पुल भी वर्षो से प्रस्तावित है लेकिन लोकसभा चुनाव तक लोगों को आशवासन दिया गया था कि चुनाव समाप्त होते ही इस पुल का शिलान्यास कर दिया जायेगा लेकिन चुनाव समाप्त होने के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.जिससे इलाके के लोगों में घोर निराशा है. इलाके के लोग बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार से आस लगाये बैठे हैं कि 18 जनवरी को सीएम प्रगति यात्रा के दौरान शाम्हो में डिग्री कॉलेज स्थापना की अवश्य घोषणा करेंगे. ज्ञात हो कि शाम्हो प्रखंड के हजारों की संख्या में ऐसे बच्चे हैं जो मैट्रिक व इंटर करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. शाम्हो में डिग्री कॉलेज नहीं रहने से इन बच्चों के अभिभावकों के पास इतनी क्षमता नहीं है कि वे अपने बच्चों को घर से बाहर रखकर उच्च शिक्षा की पढ़ाई करा सके. ऐसे में शाम्हो प्रखंड में डिग्री कॉलेज की स्थापना समय की मांग है.कई समस्याओं से जूझ रहा है बेगूसराय
जिले के शाम्हाे, सिहमा,खोरमपुर, छितरौर, नयागांव, सिंहपुर, बलहपुर एवं महेन्द्रपुर सहित सम्पूर्ण दियारा क्षेत्र में गंगा कटाव, बलहपुर एक पंचायत के खानाबदोश के रूप में गुप्ता लखमीनिया बांध पर लगभग 34 वर्षों से जीवन-मौत से जुझ रहे कटाव विस्थापितों सहित अन्य सभी गंगा कटाव विस्थापितों के पुनर्वास की समस्या से लोग जुझ रहे हैं. लोगों को उम्मीदें हैंं कि इन समस्याओं का समाधान सीएम प्रगति यात्रा के दौरान अवश्य करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है