बलिया. नगर प्रशासन एवं नगर के जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैया के कारण इस भीषण गर्मी में नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में बने प्याऊ केंद्र हाथी का दांत साबित हो रहा है. यह प्याऊ केंद्र सिर्फ दिखावे के लिए ही रह गया है, जबकि ज्यादातर प्याऊ केंद्र से एक बूंद भी पानी नहीं टपक रहा है. जिससे स्थानीय लोगों एवं राहगीरों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. इस भीषण गर्मी में एक और जहां भू जलस्तर का काफी नीचे चले जाने से चापा कल पानी देना बंद कर दिया है. चारों तरफ पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. तो दूसरी तरफ नगर प्रशासन इसओर कुंभकर्णी नींद सोई हुई है. प्याऊ केंद्र बनने के बाद से से ही मरम्मति नहीं किये जाने से किसी भी प्याऊ केंद्र में पानी सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है. जबकि इस भीषण गर्मी में राहगीर एवं बाजार आने वाले लोगों की प्यास बुझाने के लिए नगर प्रशासन के द्वारा नगर क्षेत्र के आधे दर्जन सार्वजनिक जगहों पर पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है. जो ओस चाटकर प्यास बुझाने जैसी है. जानकार बताते हैं कि इस भीषण गर्मी में भी प्याऊ केंद्र को पुनर्जीवित करने के लिये किसी भी वार्ड पार्षद के द्वारा एक बार भी आवाज नहीं उठाई गयी है. हाल में वार्ड पार्षद शहजादुज्जमा उर्फ सैफी के द्वारा नगर के मुख्य पार्षद एवं उपमुख पार्षद के विरुद्ध निकले गये प्रतिरोध मार्च के दौरान नगर कार्यपालक को सौंपे गये मांग पत्र में प्याऊ केंद्र का जिक्र किया गया. बावजूद अभी तक प्याऊ केंद्र को चालू कराने की दिशा में नगर प्रशासन के द्वारा किसी भी तरह की पहल नहीं की गयी है. नगर परिषद के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों एवं वार्डों में बनाये गये प्याऊ केंद्र से बलिया बाजार, अनुमंडल व्यवहार न्यायालय, प्रखंड, अनुमंडल, थाना, अस्पताल आने वाले क्षेत्र के लोगों एवं राहगीरों की प्याऊ केंद्र से प्यास बुझती थी. साथ ही यह प्याऊ केंद्र स्थानीय लोगों की भी जरूरत को पूरा करती थी. लेकिन विगत दिनों से प्याऊ केंद्र अनुपयोगी साबित होने के कारण भीषण गर्मी में लोगों को पानी के लिये तरसना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री निश्चय योजना के तहत तात्कालीन नगर पंचायत में तीन लाख 54 हजार की लागत से नगर के विभिन्न वार्डों में दो दर्जन प्याऊ केंद्र बनाये गये थे. जिसमें तत्कालीन वार्ड 2 वर्तमान के वार्ड पांच में आधे दर्जन प्याऊ केंद्र है. जिसमें पीएचसी बलिया, प्रखंड परिसर में दो, पटेल चौक पर एक, कन्या मध्य विद्यालय के समीप एक सहित आदि के नाम शामिल हैं. जबकि अन्य वार्डों में एक-एक प्याऊ केंद्र बनाये गये. वहीं यह प्याऊ केंद्र राजनीतिक कारणों से तत्कालीन नगर पंचायत के सभी 24 वार्डों में भी नहीं बन सके थे. इस संबंध में बलिया नगर परिषद के मुख्य पार्षद मो जमालुद्दीन ने कहा कि नगर परिषद के मुख्य पार्षद मो जमालुद्दीन ने बताया कि गर्मी को देखते हुये बारी-बारी से सभी प्याऊ केंद्र की मरम्मति करायी जा रही है. सभी वार्ड पार्षदों से अपने-अपने वार्ड के प्याऊ केंद्र की स्थिति के बारे में जानकारी ली जा रही है. जो खराब है उसे दुरूस्त किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है