बछवाड़ा.
प्रखंड क्षेत्र का प्रसिद्ध झमटिया धाम गंगा घाट पर नहाय खाय को लेकर मंगलवार को स्नान करने आये एक युवक की मौत हो गयी. मृतक युवक की पहचान समस्तीपुर जिले के उजियारपुर थाना अंतर्गत बेला गांव निवासी रंजन दास के 19 वर्षीय पुत्र सुधांशु कुमार के रूप में की गई है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उक्त युवक अपने माता पिता व छोटे भाई के साथ गंगा स्नान करने झमटिया धाम गंगा घाट पहुंचा. गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने व तेज बहाव के कारण युवक डूबने लगा. जब तक स्नान कर रहे लोग समझ पाते तब तक उक्त युवक पानी में डूब गया. परिजनों के द्वारा चिखने-चिल्लाने के बाद स्नान कर रहे लोग व गंगा घाट पर नाव चला रहे नाविक ने अपने स्तर से खोजबीन शुरू किया लेकिन युवक के शव का कहीं अता-पता नहीं चल सका. नाविक के द्वारा महाजाल से खोजबीन की गयी लेकिन फिर भी युवक का शव नहीं मिल सका. वहीं स्थानीय नाविक के मदद से आसपास के गांव के नाविक को बुलाया गया और पुनः युवक के शव की खोजबीन शुरु किया गया. करीब डेढ़ घंटे बाद स्थानीय नाविक के द्वारा उक्त युवक को पानी से बाहर निकाला गया. युवक को पानी से बाहर निकालते ही शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी. बताते चलें कि विगत दिनों जिलाधिकारी तुषार सिंगला के द्वारा झमटिया धाम गंगा घाट का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान स्थानीय पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गंगा घाट पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था के साथ-साथ ही गोताखोर की व्यवस्था की जाय. लेकिन स्थानीय प्रशासन के उदासीनता के कारण स्थानीय प्रशासन द्वारा न ही बैरिकेडिंग लगाया गया और न ही गोताखोर की व्यवस्था की गयी. जिस कारण नहाय खाय को लेकर स्नान करने के दरान करीब दस श्रद्धालुओं को स्थानीय नाविक के द्वारा डूबने से बचाया गया. लेकिन एक युवक की मौत हो गयी. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा गंगा घाट पर बैरिकेडिंग व गोताखोरों की व्यवस्था की गई होती तो आज उक्त युवक की डूबने से मौत नहीं होती. नाविक अजीत कुमार, मुसहरु सहनी, अरविंद सहनी, प्रहलाद कुमार, राजू पासवान, गोविंद कुमार, भिखारी सहनी, भुल्लू सहनी, सहदेव कुमार, राजा कुमार, राजीव कुमार, टुनटुन सहनी समेत दर्जनों लोगों ने गंगा नदी में छलांग लगाकर एक-एक कर डूबते हुए लोगों को बचाने का काम किया. वही सूचना के बावजूद एक भी पदाधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचे. जिससे लोगो में आक्रोश देखा गया. शव बाहर निकलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. शव मिलने की सूचना पर पहुंची बछवाड़ा थाना कि पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया गया. परिजनों ने बताया मृतक दो भाई बहन में सबसे बड़ा भाई था.मामले में सीओ बछवाड़ा प्रीतम गौतम ने बताया कि बैरिकेडिंग लगाने का कार्य बीडीओ को दिया गया था. वही बीडीओ अभिषेक राज ने कहा सैरात वसूली का कार्य सीओ का है. वरीय पदाधिकारी सिर्फ छठ पर्व के दौरान सभी घाटो पर बैरिकेडिंग लगाने का आदेश बीडीओ को दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है