साहेबपुरकमाल.
मुंडन संस्कार में शामिल होने मल्हीपुर घाट पहुंचे युवक की गंगा स्नान के क्रम में डूब जाने से मौत हो गयी. मृतक की पहचान बलिया थाना क्षेत्र के पोखरिया वार्ड नंबर 13 निवासी भुना यादव के 23 वर्षीय पुत्र परशुराम के रूप में हुई है. घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को ग्रामीण द्वारा मुंडन संस्कार में शामिल होने का आमंत्रण पर परशुराम भी मल्हीपुर स्थित मुंगेर पुल घाट पर पहुंचा था. मुंडन संस्कार के दौरान उसने भीड़ में कपड़ा उतारकर घाट पर अन्य ग्रामीण युवा के साथ स्नान करने नदी में प्रवेश किया. स्नान करने के दौरान नदी का गहरायी का अंदाजा नहीं होने के कारण वह गहरे खाई में लुढ़क गया और डूब गया. लोगों ने बताया कि घाट पर काफी भीड़ और डीजे बजने की वजह से उसके ग्रामीणों को डूबने की भनक कुछ देर बाद लगी, तब उसकी खोजबीन शुरू हुई. इसी बीच स्थानीय लोगों की सूचना पर थाना की पुलिस भी वहां पहुंच गयी. पुलिस के पहल से सीओ द्वारा भेजे गये गोताखोरों ने शव की तलाश शुरू कर दी और काफी मशक्कत के बाद घटना के करीब चार घंटे बाद शव को बरामद करने में सफलता पा लिया. शव बरामद होते ही परिजन की चीख-पुकार मच गयी और माहौल काफी गमगीन हो गया. घाट पर पूर्व से मौजूद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बेगूसराय भेज दिया. घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि मल्हीपुर स्थित घाट काफी खतरनाक घाट है यहां बाहर से पहुंचने वाले अनजान लोग जब नदी में स्नान करने प्रवेश करता है तो उसे घाट की स्थिति का पता नहीं होता है जिससे इस तरह का हादसा होते रहता है.दूसरे दिन भी डुबे हुए युवक का कोई सुराग नहीं, एनडीआरएफ की टीम के लिए सीओ ने लिखा पत्र : तेघड़ा.
16 जून सोमवार को तेघड़ा अयोध्या गंगा घाट पर स्नान करने के दौरान गहरे पानी में जाने से डूबे युवक का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिल सका. युवक की बरामदगी को लेकर युवक के परिजन गंगा घाट पर परेशान दिखे. युवक की पहचान आधार कार्ड के मुताबिक समस्तीपुर थाना दलसिंहसराय चकबहाउद्दीन पोस्ट ऑफिस क्षेत्र पाॅड पछियारीटोला गांव के वार्ड पांच निवासी दिनेश महतो के लगभग 22 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार के रूप बताया जा रहा है. बताया जाता है कि सड़क दुर्घटना में हुए मौत के शिकार ग्रामीण युवक के दाह-संस्कार में ग्रामीण के साथ अयोध्या गंगा घाट पहुंचा युवक अपने साथियों के साथ स्नान के क्रम में डूब गया था. हालांकि इस घटना में उसके पांच साथी को स्थानीय गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम के द्वारा बचा लिया गया लेकिन उसे नहीं बचा पाये. दूसरे दिन भी स्थानीय गोताखोर एवं एसडीआरएफ की टीम डुबे हुए युवक की बरामदगी में असफल रही. इसको देखकर सीओ तेघड़ा रवि रंजन ने बताया कि युवक की बरामदगी के लिए एनडीआरएफ टीम को तेघड़ा अयोध्या घाट भेजे जाने विभागीय पत्र लिखा है. वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि सिमरिया, अयोध्या एवं झमटिया सहित बिहार के सबसे प्रसिद्ध गंगाघाट बेगूसराय जिला में है जहां सालों भर पूरे बिहार के सभी जिला सहित अन्य प्रदेश से श्रद्धालु आते हैं. बावजूद बेगूसराय जिला में एनडीआरएफ टीम का स्थायी कैंप नहीं होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण एनडीआरएफ की टीम आजतक बेगूसराय में स्थायी रूप से नहीं आ सकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है