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तेघड़ा में गंगा स्नान के दौरान डुबने से युवक की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

तेघड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने से युवक की डूबने से मौत हो गयी. मृतक की पहचान तेघड़ा नगर परिषद क्षेत्र सलेमपुर तीतू वार्ड 10 निवासी देखो चौधरी का लगभग 20 वर्षीय नाती रवि कुमार के रूप में की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 10:11 PM

तेघड़ा.

तेघड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने से युवक की डूबने से मौत हो गयी. मृतक की पहचान तेघड़ा नगर परिषद क्षेत्र सलेमपुर तीतू वार्ड 10 निवासी देखो चौधरी का लगभग 20 वर्षीय नाती रवि कुमार के रूप में की गयी. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. लोगों ने बताया कि मृतक युवक का ननिहाल और घर तेघड़ा नगर परिषद क्षेत्र में ही है. मतलब ननिहाल वार्ड 10 में तो घर एनएच 28 पेट्रोल पंप के पीछे वार्ड सात में है. घटना की सूचना तेघड़ा थाना पुलिस को दी गयी. जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया. जानकारों के मुताबिक सोमवार की सुबह मृतक युवक अपनी नानी के साथ सावन की दूसरी सोमवार को गंगा स्नान के लिए तेघड़ा प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बजलपुरा गंगा घाट पर स्नान करने पहुचा था. स्नान के दौरान गांगा नदी में गभमहरे पानी में चले जाने से युवक डूब गया और गंगा घाट पर अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. काफी मशक्कत के बाद स्थानीय गोताखोर के द्वारा युवक का शव बरामद किया गया. वहीं मृतक के परिजन का रो रोकर बुरा हाल है.

अवैध खनन के कारण बने गहरे गड्ढे लोगों के लिए बन रही है मौत का कारण :

गंगा का जल स्तर जब घटता है तो गंगा आसपास क्षेत्र में खनन माफियाओं के द्वारा अवैध तरीके से 20 – 20 फीट तक गहरा उजला बालू अवैध खनन किया जाता है. जब गंगा का जलस्तर बढ़ता है तो गंगा घाट पर गंगा स्नान को पहुंचने वाले लोग गहरे गड्ढ़े में अचानक डूबने से मौत का शिकार होते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि खनन माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि बारिश के मौसम में भी दियारा क्षेत्र जहां गंगा का पानी नहीं पहुंचा है अवैध खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. और जेसीबी, पोकलैंड की मदद से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर एवं हाइवा के माध्यम से अवैध उजला बालू खनन की ढ़ुलाई खुलेआम की जा रही है. लोगों का साफ मानना है कि अवैध खनन के कारण गंगा घाट खतरनाक बन चुकी है जिस कारण लोगों को स्नान के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ रही है. गंगा का जल स्तर जब घटता है तो गंगा आसपास क्षेत्र में खनन माफियाओं के द्वारा अवैध तरीके से 20 – 20 फीट तक गहरा उजला बालू अवैध खनन किया जाता है. जब गंगा का जलस्तर बढ़ता है तो गंगा घाट पर गंगा स्नान को पहुंचने वाले लोग गहरे गड्ढ़े में अचानक डूबने से मौत का शिकार होते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि खनन माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि बारिश के मौसम में भी दियारा क्षेत्र जहां गंगा का पानी नहीं पहुंचा है अवैध खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. और जेसीबी, पोकलैंड की मदद से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर एवं हाइवा के माध्यम से अवैध उजला बालू खनन की ढ़ुलाई खुलेआम की जा रही है. लोगों का साफ मानना है कि अवैध खनन के कारण गंगा घाट खतरनाक बन चुकी है जिस कारण लोगों को स्नान के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ रही है.

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