Bihar News: ओमान में बिहार का युवक हुआ टॉर्चर, पासपोर्ट छीना तो 4 महीने तक यहां गुजारी रात

Bihar News: एजेंट के चक्कर में फंसकर बिहार के बेगूसराय का युवकओमान चला गया. जहां उसको टॉर्चर किया गया, पासपोर्ट छीन लिया गया. उसने गुरुद्वारे में चार महीने तक रात गुजारी.

By Abhinandan Pandey | January 8, 2025 11:41 AM

Bihar News: नौकरी और मोटा पगार का सपना हर किसी का होता है, लेकिन होटल मैनेजमेंट किये लड़के को यह अरमान तब अभिशाप बन गया जब वह ओमान बड़े सपने के साथ गया. लेकिन एजेंट के चक्कर मे फंस गया. विदेश में फंसने का जब एहसास हुआ तो सपना चकनाचूर हो गया. वीजा भी उसका जब्त कर लिया. स्थानीय लोगों की मदद से अब वह वापस लौट आया है. एकलौते बेटे के घर वापसी से घर में खुशी लौटी है. भगवानपुर प्रखंड के दहिया के कारपेंटर बलवंत शर्मा के इकलौते पुत्र रौशन के घर वापस लौटने स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है. ऐसा बताया जा रह है कि संसद गिरिराज सिंह की पहल पर युवक स्वदेश लौट पाया है.

पासपोर्ट मांगने पर मिलती थी धमकी

रौशन ने बताया कि वह देहरादून प्लेसमेंट एजेंसी के संपर्क में आया. कंपनी ने 80 हजार प्रतिमाह मिलने की बात कहकर ओमान भेजने की बात कही. पासपोर्ट बनवाया और उत्साह के साथ एक साल पहले 3 दिसम्बर 2023 को मुम्बई एयरपोर्ट से ओमान के मस्कट जाने के लिए पहुंचा. वहां फ्लाइट में जाने वक्त कंपनी ने कागज दिया, जिसमें 80 हजार की जगह 26 हजार का महीना ही लिखा था, लेकिन एयरपोर्ट से लौट नहीं सकता था. वह ओमान के मस्कट पहुंचा, जहां उसे पता चला कि कंपनी ने उसे भीएसफोर नामक कंपनी के हवाले किया है.

उसकी ड्यूटी वहां फाइव स्टार मैरक्योर होटल में लगी. रौशन ने बताया कि 5 महीने के बाद उससे पासपोर्ट बैंक में एकाउंट खोलवाने के नाम पर कंपनी लिया और उसके बाद देने से इनकार कर दिया. समय के साथ उसे लगा कि यहां फंस चुके हैं. पासपोर्ट मांगने पर धमकी ही मिलती थी. अगस्त 2024 में वह उस कंपनी के चंगुल से भाग कर वहां कि भारतीय एम्बेसी से संपर्क किया. एम्बेसी कंपनी से बात कर फिर उसे उस कंपनी के पास भेजा लेकिन वहां उसे टॉर्चर किया गया तब वह उसी दिन छुपते छुपाते भाग निकला. रात कहीं कटी. अगले दिन एम्बेसी गया तो उसे गुरुद्वारा में रहने की व्यवस्था दिया गया. जहां भोजन फ्री में मिल जाता था.

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चार महीने तक गुरुद्वारे में गुजारी रात

इधर उसके परिजन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से बेगूसराय में मिले. गिरिराज सिंह ने विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप का निवेदन किया तब वहां की एम्बेसी हरकत में आई. जिस कंपनी ने उसका पासपोर्ट जब्त किया था उससे 26 दिसम्बर 2024 को पासपोर्ट लेकर पीड़ित रौशन को भारतीय एम्बेसी ने दिया और वहां से लखनऊ 28 दिसम्बर का फ्लाइट का टिकट भी दिया लेकिन डरा सहमा रौशन खुद अगले दिन 27 दिसम्बर का मुम्बई का फ्लाइट का टिकट लेकर स्वदेश वापस लौटा है. रौशन ने कहा कि वहां नोन रोटी खा ले लेकिन युवा ऐसे कंपनी के झांसे में विदेश नहीं जाएं. हम तो वापस आ गए लेकिन सैकड़ों लोग वहां ऐसे ही फंसे हुए हैं.

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