पटना. एसकेपुरी थाने के अल्पना मार्केट की आइसीआइसीआइ एटीएम में रुपया लोड करने के दौरान हुई लूट और गार्ड की हत्या करने के मामले में पुलिस अब तक दो अपराधियों को पकड़ चुकी है. हालांकि दो अन्य फरार हैं. इन दोनों अपराधियों के साथ ही एक अन्य पाटलिपुत्र स्थित हॉस्टल में छात्र बन कर रह रहा था.
इस दौरान वे लोग मोबाइल व चेन स्नैचिंग करते थे. जबकि एक अन्य कुर्जी इलाके में किराये का कमरा लेकर रह रहा था. पुलिस ने दो को पाटलिपुत्र इलाके से पकड़ लिया. फरार दोनों अपराधी सीतामढ़ी के हैं, जो अपने हिस्से का रुपया लेकर निकल गये. सोमवार को भी दोनों नहीं पकड़े गये. इसके कारण पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर रही है.
दोनों ने सीतामढ़ी में कई संगीन आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है. इसको लेकर सीतामढ़ी पुलिस की दबिश के बाद वे पिछले चार माह से पटना में ही रह कर छोटी-मोटी वारदात को अंजाम दे रहे थे. खास बात यह है कि अपराधियों ने हॉस्टल में रहने के लिए फर्जी आधार कार्ड संचालक को दिया था.
चार की संख्या में रहे अपराधियों ने नौ लाख रुपये की लूट की और नीले रंग की अपाची से फरार हो गये थे. लेकिन सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर पुलिस ने कुछ देर में ही अपराधी के साथ ही गाड़ी की पहचान कर ली थी. इसके बाद छापेमारी कर दो को पकड़ लिया गया.
सूत्रों के अनुसार पकड़े गये अपराधियों ने पूछताछ में यह जानकारी दी है कि वे लोग 10 दिनों से लगातार उस एटीएम के आसपास सक्रिय रहते थे और कैश वैन आने के बाद पूरी गतिविधि पर नजर रखते थे. इसके कारण उस कैश वैन के आने की पूरी टाइमिंग मिल चुकी थी. उसके बाद घटना को अंजाम दिया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha