Bengal Election: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) को लेकर अब तक तमाम सर्वे में एक बात जो सामने आई है, वो ये कि मुख्य लड़ाई ममता Mamata Banarjee की तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा (BJP) के बीच ही है. वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन सत्ता की जंग में काफी पीछे हैं. इन सबके बीच बिहार के राजनीतिक दलों राजद (RJD), लोजपा (LJP), हम (HAM) और जदयू (JDU)ने भी चुनाव में उतरने की घोषणा कर दी है.
ऐसे में ये सभी दल टीएमसी (TMC) और भाजपा (BJP) की राह में मुश्किलें पैदा करने और सियासी खेल बिगाड़ने की कोशिश में है. स्पष्ट बहुमत नहीं आने की स्थिति में छोटी-छोटी पार्टियों का रोल बहुत बड़ा हो जाता है. अब तक की खास बात यही है कि बंगाल चुनाव में बिहार के सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवार चुनाव मैदान में एक दूसरे के खिलाफ ही उतरेंगे. बंगाल के चुनावी समर में भाजपा और कांग्रेस के साथ ही जनता दल यूनाइटेड, राजद, भाकपा माले, भाकपा, माकपा व हम के प्रत्याशी ताल ठोंकने को तैयार हैं.
बिहार के जितने भी राजनीतिक दल हैं उनका अभी तक किसी भी तरह का किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं हुआ है. लालू यादव की पार्टी राजद गठबंधन की संभावना देख रही है. यही कारण है कि राजद के वरिष्ठ नेताओं के बाद अब खुद तेजस्वी यादव बंगाल के दौरे पर हैं और टीएमसी नेताओं के संपर्क में हैं. वहीं सीएम नीतीश की पार्टी जदयू बंगाल चुनाव के लिए फिलहाल सीटों के चयन की तैयारी कर रही है. पार्टी वहां कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन होगा या अकेले चुनाव लड़ेगी,इसकी घोषणा अगले सप्ताह होगी.
इधर, खबर है कि बिहार चुनाव में जदयू का खेल बिगाड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी पश्चिम बंगाल और असम में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. हांलांकि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने अब तक सीटों का ऐलान नहीं किया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि लोजपा कितने सीट पर चुनाव लड़ती है और किस किस सीट से चुनाव लड़ती है.
वहीं अगर बात करें पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) की तो वो पश्चिम बंगाल में 26 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कोलकाता, हावड़ा, दुर्गापुर, वर्दमान आदि बिहार से सटे इलाके वाली ये सीटें हैं, जहां दलित और बिहारियों की संख्या अधिक है.
चुनाव की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी 17- 18 फरवरी को कोलकाता का दौरा कर चुके हैं.भाकपा-माकपा और कांग्रेस एक साथ और माले अकेले 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. वहीं, भाजपा को हराने के लिए भाकपा – माले अन्य पार्टियों का समर्थन करेगी.
Posted By: Utpal kant