पश्चिम चंपारण जिले के 18 में से 14 प्रखंडों को जिला मुख्यालय बेतिया से जोड़ने वाला ओवरब्रिज जल्द ही शुरू होने वाला है. इस ओवरब्रिज के बनने से लोगों को कैंट रेलवे फाटक पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी. हालांकि अभी तक इस ओवरब्रिज का औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ है. ओवरब्रिज का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे के दौरान होने की संभावना है. इस ओवरब्रिज के निर्माण से लोगों को काफी फायदा होगा. पहले रेलवे फाटक बंद होने पर लोगों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता था. लोग उबड़-खाबड़ रास्तों से गुजरने को मजबूर होते थे. लेकिन अब इस पुल के बन जाने से लोगों का बेतिया आना-जाना आसान हो जाएगा.
इस ओवरब्रिज का निर्माण दो चरणों में किया गया है. पहले चरण में बेतिया से लौरिया, रामनगर, बगहा, बाल्मिकीनगर और योगापट्टी तथा गंडक के चार ब्लॉकों भितहां, पिपरासी, मधुबनी, ठकराहां को जोड़ने वाली लेन का निर्माण किया गया. इस पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है. वहीं दूसरे चरण में चनपटिया, नरकटियागंज, गौनाहा और सिकटा, मैनाटांड़ की ओर जाने वाले लेन में अभी निर्माण कार्य चल रहा है.
इस ओवरब्रिज की आधारशिला वर्ष 2018 में रखी गई थी. इसका निर्माण वर्ष 2020 में पूरा होना था. लेकिन, कोरोना महामारी और अन्य कारणों से निर्माण कार्य में देरी हुई. इस ओवरब्रिज का एक लेन 4 साल की देरी के बाद साल 2024 में शुरू किया गया है. इस ओवरब्रिज के निर्माण से राहगीरों में खुशी की लहर है. लोग जल्द से जल्द इस ओवरब्रिज के उद्घाटन की उम्मीद कर रहे हैं.
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