ठकराहा के नवका टोला में अचानक लगी आग में 14 घर जलकर राख
ठकराहा थाना क्षेत्र के मोतीपुर पंचायत अंतर्गत नवका टोला में शुक्रवार की देर रात आग लग गयी अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गयी. इस हादसे में 14 घर आग की चपेट में आ गए. इस घटना में लगभग 30 बकरिया, तीन मोटर साइकिल, दस साइकिल सहित अनाज, बर्तन, कपड़ा, पलंग, पेटी, चारपाई, आभूषण व जरूरी कागजात जल कर नष्ट हो गए.
बगहा.ठकराहा थाना क्षेत्र के मोतीपुर पंचायत अंतर्गत नवका टोला में शुक्रवार की देर रात आग लग गयी अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गयी. इस हादसे में 14 घर आग की चपेट में आ गए. इस घटना में लगभग 30 बकरिया, तीन मोटर साइकिल, दस साइकिल सहित अनाज, बर्तन, कपड़ा, पलंग, पेटी, चारपाई, आभूषण व जरूरी कागजात जल कर नष्ट हो गए. आग की सूचना पर अंचल अधिकारी सुमित राज व ठकराहा थानाध्यक्ष उत्तम कुमार अग्निशमन वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए. आग तेजी से फैलता देख अधिकारियों ने बगहा फायर स्टेशन यूनिट से संपर्क किया. करीब तीन घंटे बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची. इस बीच 14 लोगों का फुसनुमा आशियाना आग की चपेट में आने से जल कर राख हो गया. हालांकि ग्रामीणों व थाने की अग्निशमन की टीम के सहयोग और तत्परता से अधिकारियों ने आग को फैलने से रोक लिया. जिससे और घर आग के जद में आने से बच गए. घटना के समय अपने मकान में सो रहे गुलाब चौधरी आग के बीच फंस गए. ग्रामीणों ने दीवार तोड़ कर बड़ी मशक्कत से गुलाब चौधरी को बाहर निकाला. इस बीच वह आंशिक रूप से झुलस गए. सीओ ने बताया कि तत्काल राहत के लिए पीड़ितों के बीच तिरपाल का वितरण किया गया है और प्लंबर बुला कर आगजनी में खराब हुए सभी चापाकलों की मरम्मति किया गया है. शीघ्र ही सरकारी सहायता राशि मुहैया कराया जायेगा. वही पंचायत के मुखिया जितेंद्र मिश्र झुन्नू ने बताया कि अगलगी की इस घटना में पीड़ितों का सारा सामान जल कर नष्ट हो गया है. लाखों की संपत्ति जलने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि पीड़ितों के बीच तत्काल राहत के रूप में खाद्य सामग्री और आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी हेतु नकद राशि उपबंध कराया गया. वही बीडीसी अर्थराज यादव और जिला पंचायत सदस्य रमाशंकर कुशवाहा ने मौके पर पहुंच कर अगलगी में हुए नुकसान का जायजा लिया और पीड़ितों को हर संभव सहयोग पहुंचाने का भरोसा दिलाया.
नहीं पूरी हुई फायर स्टेशन की मांग: गर्मी के दिनों में गंडक पर के चार प्रखंडों में अगलगी की घटनाएं अधिकांश होती रहती है. पिछले कई वर्षों में बड़ी दमकल की कमी के कारण इन प्रखंडों में भारी नुकसान हुआ है. आग पर नियंत्रण पाने के लिए इन प्रखंडों में थाने में मौजूद महज 350 लीटर की क्षमता वाली अग्निशमन वाहन बड़ी अगलगी को रोकने में असफल साबित होती है. क्षेत्र अधिक होने की स्थिति में आग की ऊंची लपटों तक पानी की पहुंच नहीं हो पाती है और कुछ ही मिनटों में पानी खत्म हो जाता है. ऐसी स्थिति में विगत कई वर्षों से इन प्रखंडों के लोग गंडक पार में ही फायर स्टेशन की मांग कर रहे है. लेकिन उनकी मांग अब तक पूरी नहीं हुई. अगलगी की घटना बढ़ रही है. आग लगने पर अनुमंडल से दमकल की गाडियां गंडक पार पहुंचने में काफी समय लग जाती है. जब तक दमकल की गाड़ी पहुंचती तब तक सब कुछ जलकर नष्ट हो जाता है.
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