किसान सम्मान निधि की अगली किश्त से वंचित हो सकते हैं जिले के 17655 किसान
जिले के 17 हजार 655 किसानों पर कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अगली किस्त से वंचित होने का खतरा मंडरा रहा है.
बेतिया. जिले के 17 हजार 655 किसानों पर कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अगली किस्त से वंचित होने का खतरा मंडरा रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार राय ने बताया कि खरीफ वर्ष 2024-25 में बीज वितरण एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा में यह निर्देश प्राप्त हुआ है. जिसमें बताया गया है कि केवाईसी नहीं कराने पर पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे जिले के 17655 किसानों की इस योजना की अगली किश्त बंद हो सकती है. ऐसा इसलिए कि विभाग की ओर से करीब एक वर्ष से ई केवाईसी कराने की तिथि लगातार बढ़ाई जा रही है, बावजूद इसके इन किसानों ने केवाईसी नहीं कराया है. लिहाजा इन किसानों की पात्रता संदेह के घेरे में है. केवाईसी पूरा नहीं करने वाले किसानों की अगली किस्त तो रूकेगी ही साथ ही पूर्व में दी गई किश्त की रिकवरी भी हो सकती है. इधर जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार राय ने वैसे सभी किसानों से जिन्होंने अब तक ई केवाईसी नहीं कराया हे, उन्हें शीघ्र इसे कराने को कहा है. ऐसा नहीं करने वाले किसान अगली किश्त से वंचित हो सकते हैं. जिला कृषि पदाधिकारी श्री राय ने बताया कि किसान ई केवाईसी अपने भी करा सकते हैं. इसके लिए वे फेस एप को इन्सटाॅल कर ई केवाईसी करा सकेंगे. जिन किसानों को इस एप से ई केवाईसी कराने में परेशानी हो रही है, वें किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि से सहयोग ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए जिले में 211 विलेज लेवेल नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। अधिकारी के जिम्मे 10 राजस्व गावों को रखा गया है. वहां के किसान ई केवाईसी कराने में इन विभागीय कर्मियों एवं अधिकारियों की मदद ले सकेंगे.
2.96 लाख किसानों को मिलती है राशि
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में किसान सम्मान निधि से से जुड़े 2 लाख 96 हजार 377 किसानों को किसान सम्मान निधि से आच्छादित किया गया हैं. इसमें 2 लाख 78 हजार 722 किसानों का ही ईकेवाईसी हो पाया है. ई केवाईसी नहीं कराने वालों में सर्वाधिक 3551 किसान मझौलिया प्रखंड से जुड़े हैं. दूसरे स्थान पर ई केवाईसी नहीं कराने वालों में से बैरिया प्रखंड के 1695 किसान शामिल हैं. जबकि चनपटिया के 1207, नरकटियागंज के 1397, नौतन के 1376 किसानों ने अब तक ई केवाईसी नहीं कराया है.
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