बेतिया. सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों की पोस्टिंग में शिक्षा विभाग जुट गया है. इसके लिए स्कूल आवंटन की कवायद तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव की जारी प्रक्रिया चार जून को पूरी होने के साथ पहले चरण की सक्षमता परीक्षा में शामिल करीब 7000 शिक्षक शिक्षिकाओं में से उत्तीर्ण कुल 6505 की पोस्टिंग के लिए शहरी, कस्बाई, ग्रामीण से लेकर मुख्यालय से सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक में पोस्टिंग के लिए 29 मई 2024 से रिक्तियां तैयार करने का कार्य जिला शिक्षा कार्यालय में शुरू हो जाएगा. सक्षमता परीक्षा में बेहतर अंक लाने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं को शहरी क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा. लोकसभा चुनाव बाद इन शिक्षकों के पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू होगी. इसको लेकर विभाग शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के रिक्त पदों की अलग-अलग गणना कर के विभाग को रिपोर्ट सौंपने का आदेश है. इस संबंध में जिला शिक्षा कार्यालय को पूर्व में ही दिशा-निर्देश जारी हुए हैं. जिला शिक्षा कार्यालय में स्थापना संभाग के डीपीओ योगेश कुमार ने विभाग से प्राप्त जानकारी के हवाले से बताया कि स्कूलों का आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगा. इसके पहले रिक्त पदों और शिक्षकों की सूची को क्रमवार सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा. मालूम हो कि सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को इनके आवंटित जिले के स्कूलों में नये सिरे से पदस्थापित करना है. नये स्कूल में योगदान करने के बाद ही इन्हें पूर्ण राज्यकर्मी अर्थात पूरा सरकारी शिक्षक माना जाएगा. तब, इनको विशिष्ट शिक्षक शिक्षिका के नाम से जाना जाएगा. शिक्षक शिक्षिकाओं के नए सिरे से पदस्थापन के पहले उनकी काउंसिलिंग भी की जाएगी. राज्यकर्मी बनने के लिए शिक्षा विभाग से मिलेंगे पांच मौके जिला शिक्षा कार्यालय के जानकार सूत्रों ने बताया कि पहली सक्षमता परीक्षा में ही बिहर भर से कुल एक लाख 87 हजार शिक्षक उत्तीर्ण हुए हैं. इनमें पश्चिम चंपारण के शिक्षक शिक्षिकाओं की संख्या 6505 है. जबकि दूसरी सक्षमता परीक्षा के लिए जिला से करीब ढाई हजार और बिहार भर के कुल 85 हजार नियोजित शिक्षक शिक्षिकाओं ने आवेदन किया है. इनकी परीक्षा जारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होते ही आयोजित करने की तैयारी है. दूसरी सक्षमता परीक्षा का भी आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ही करेगा. विभागीय घोषणा के अनुसार प्रत्येक नियोजित शिक्षक/शिक्षिका को सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए पांच मौके मिलेंगे. तीन परीक्षाएं ऑनलाइन तथा दो लिखित होनी है. राज्य में नियोजित शिक्षकों की संख्या तीन लाख है. नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए आयोजित होने वाली द्वितीय चरण की सक्षमता परीक्षा 2024 के लिए करीब 85 हजार आवेदन आए हैं. बिहार बोर्ड ने कहा है कि जिन शिक्षक अभ्यर्थियों का सक्षमता परीक्षा (प्रथम) में सफल होने के बाद ही प्रथम विकल्प का जिला आवंटित होने वाला है. इस प्रकार कम अंक पाने वाले अभ्यर्थी भी बेहतर प्राप्तांक के लिए दूसरी सक्षमता परीक्षा में शामिल हो रहे हैं.
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