एक मां ने किया अपनी ममता का त्याग, चार बेटियों की मांग ने अपने आंचल छाव
बेटी जनने पर एक मां ने जहां नवजात को झाड़ियों में फेंक दिया, वहीं एक मां चार चार बेटियां रहते हुए नवजात को गले लगा लिया है.
नरकटियागंज. बेटी जनने पर एक मां ने जहां नवजात को झाड़ियों में फेंक दिया, वहीं एक मां चार चार बेटियां रहते हुए नवजात को गले लगा लिया है. नगर के वार्ड संख्या 4 निवासी नंदु दास की पत्नी इंदु देवी ने झाड़ियों में फेंक दी गयी बच्ची को गले लगाया है. यही नहीं इंदु उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंची और उसका इलाज करवायी. वह शुगर पेशेंट है सुबह में रोज टहलने जाती है. वार्ड संख्या 5 के पेट्रोल पंप के समीप अहले सुबह करीब पांच बजे उसे बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी और कुछ लोग बच्ची को घेर कर खड़े थे. वो अपने घर फोन की बेटे ने कहा कि मां बच्ची को लेते आइये उसका इलाज करवाया जाये. इसके बाद वे लोग बच्ची के लेकर अस्पताल पहुंचे. इधर बच्ची का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में करवाने के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा बच्ची को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है. वार्ड संख्या 4 के पार्षद सोनु दास ने बताया कि इंदु देवी ने उस बच्ची की जान बचायी है जिसे किसी मां ने ही बेटी जनने पर फेंक दिया. चार बेटियों की मां है इंदु देवी, पति हैं राज मिस्त्री इंदु देवी ने बताया कि उसे चार बेटिया मनीषा, ममता, हिना, समी और एक बेटा सचिन है. उसके पति राज मिस्त्री का काम करते हैं. उसने अपनी दो बेटियों की शादी कर दी है. लेकिन जब वह बच्ची को रोती हुई देखा तो उससे रहा नहीं गया. वह बच्ची को पालने पाेसने के लिए भी तैयार रही. इंदु देवी ने बताया कि अगर उसे बच्ची को दे दिया जाता तो वह जैसे अपनी चार बेटियों को पाल पोस दी है उसका भी पालन कर देगी. नवजात को अस्पताल में इलाज कराया गया बच्ची अब खतरे से बाहर है. इलाज के बाद उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है.
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