नेपाल से वोट देने आ रहे युवक को बाघ में मार डाला!

भंगहा थाने के अहिरा सिसवा जंगल में शुक्रवार को ओरिया नदी के समीप कम्पार्टमेंट नंबर 427 के पास क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2024 9:18 PM

मैनांटाड़/इनरवा (पचं).भंगहा थाने के अहिरा सिसवा जंगल में शुक्रवार को ओरिया नदी के समीप कम्पार्टमेंट नंबर 427 के पास क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गयी. शव की पहचान भंगहा थाना क्षेत्र के सिसवा ताजपुर के रंभू महतो के 34 वर्षीय पुत्र दीपेंद्र महतो के रूप में की गयी है. दीपेंद्र महतो के शव को देखने के बाद ग्रामीणों ने आशंका जतायी है कि बाघ के हमले में उसकी मौत हो गयी है. इधर मंगुराहा वन क्षेत्र के रेंजर सुनील पाठक ने जंगल में क्षत विक्षत शव मिलने की पुष्टि की है. बताया कि जहां दीपेंद्र महतो का शव मिला है, वहां जंगल के पेड़-पौधे के पत्ते और घास फूस पड़ा हुआ है. वहां फुटप्रिंट मिल नहीं रहा है. अगल-बगल में फुटप्रिंट की जानकारी वन कर्मियों द्वारा ली जा रही है. तभी पता चलेगा कि दीपेंद्र महतो की मौत किस जंगली जानवर के हमले में हुई है.

जानकारी के अनुसार सिसवा ताजपुर निवासी दीपेंद्र महतो नेपाल के महादेव पट्टी गांव स्थित अपने ससुराल गया था. शनिवार को भारत में होने वाले चुनाव में वोट देने के लिए वह गुरुवार को नेपाल से गांव के लिए चला था. सीमा के सील होने के कारण वह अहिरा सिसवा के जंगल के रास्ते अपने घर आ रहा था. जब वह घर नहीं पहुंचा, तो परिवारजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. तब तक अहिरा सिसवा जंगल में जसौली अपार्टमेंट में ओरिया नदी के पास गश्त पर निकली वन विभाग की टीम को एक शव मिला. शव मिलने की सूचना वन विभाग के कर्मियों ने भंगहा पुलिस और एसएसबी को दी.

मौके पर पहुंची भंगहा पुलिस ने शव को थाना लायी. सूचना पर सिसवा ताजपुर, भंगहा और आसपास के गांव के लोग भी थाने पर पहुंचे. शव को देखकर उसकी पहचान की गयी. इधर बिना देवी, प्रभावती देवी, मीरा देवी, रमिया देवी, रंजित दास, हरि कमल, प्राण कुमार दास, उत्तम दास, रमेश मांझी, संजय दास आदि ग्रामीणों ने बताया कि दीपेन्द्र की मौत बाघ के हमले से हुई है. इंस्पेक्टर सरफराज अहमद और थानाध्यक्ष राहुल प्रसाद ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है. शव की स्थिति देखने से यह लग रहा है कि दीपेंद्र महतो को किसी जंगली जानवर ने मार कर खाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्थिति और क्लीयर होगी.

चीत्कार से गमगीन हुआ माहौल

सिसवा ताजपुर गांव से सटे अहिरा सिसवा जंगल में जंगली जानवर के द्वारा मारकर खा गये दीपेंद्र महतो के परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल था. मृतक की माता अस्तूरी देवी, पत्नी रंजू देवी, बेटी अविका कुमारी, गुड़िया कुमारी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. माता अस्तूरी देवी और पत्नी रंजू देवी यह कहते हुये रोये जा रही थी कि हे भगवान इ का कर देहल. अब हमनी के केकरा सहारे जियेम सन. वहीं गंभीर बीमारी से ग्रसित व लाचार मृतक के पिता रंभू महतो घर पर ही छाती पीट-पीट कर रोये जा रहे थे. मृतक दीपेंद्र महतो के परिजनों के चीत्कार से अन्य ग्रामीणों की भी आंखें नम हो गयी. ग्रामीणों ने परिजनों को ढांढस बंधाया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version