लोकसभा चुनाव को लेकर सील होंगे जिले के सभी प्रवेश द्वार
लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं निर्भिक संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कई व्यवस्था किये जा रहे है.
बेतिया. लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं निर्भिक संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कई व्यवस्था किये जा रहे है. वहीं सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम करने की तैयारी की जा रही है. इन्हीं तैयारियों में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किसी भी असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन व्यापक बंदोबस्त करने की तैयारी कर रहा है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि प.चंपारण जिले की सीमा भौगौलिक रुप से नेपाल, उतरप्रदेश, गोपालगंज एवं पूर्वी चंपारण की सीमा से जुड़ा है. ऐसे में चुनाव को लेकर असामाजिक तत्वों को चिन्हित करने की कार्रवाई के बीच कतिपय असामाजिक तत्वों के नेपाल में भागकर शरण लेने की संभावना है. वहीं दूसरे जिले के भी असामाजिक तत्वों के इस जिले में आकर चुनाव को प्रभावित करने की संभावना है. ऐसे में संदिग्ध गतिविधियों वाले एवं जेल से जमानत पर छुटकर बाहर आये वैसे तत्वों को चिन्हित करने का काम लगातार जारी है. इसी कड़ी में सीमावर्ती क्षेत्रों के जिलो के वरीय अधिकारियों से प्रथम चरण के बैठक का दौर समाप्त हो गया है. असामाजिक तत्वों एवं आपराधिक प्रवृति के लोगों की सूची का आदान प्रदान किया जा चुका है. उनके हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए अलग से पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये है. सीसीए की कार्रवाई की जा रही है. इसी में अब चुनाव के दिन जल से थल तक सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया जायेगा. पड़ोसी देश नेपाल, पड़ोसी राज्य यूपी से सटी सीमा पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही सभी पड़ोसी जिले के डीएम एवं एसपी से भी वार्ता कर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने में मदद करने का अनुरोध किया गया है. डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन निष्पक्ष, भयमुक्त एवं पारदर्शितापूर्ण तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया संपादित करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में सभी कदम उठाये जा रहे हैं. विधि-व्यवस्था का गंभीरता से पालन कराने, आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी ने मतदाताओं को प्रभावित करने संबंधी किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है. मतदान के दिन थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत मोबाइल रहने, सभी एसडीओ एवं डीएसपी को मतदान केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने तथा विधि-व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. लंबित गिरफ्तारी, वारंट का तामिला कराने का निर्देश दिया गया है. चुनाव के एक दिन पूर्व से संवेदनशील स्थानों पर पुलिस प्रतिनियुक्ति, गश्ती तथा छापेमारी एवं संवेदनशील मतदान केंद्र और क्षेत्रों की पहचान कर सूचना आदान-प्रदान करने का अनुरोध किया गया है.