बेतिया. उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि दस दिन पहले ही उत्पाद दारोगा ने शराब तस्करी के आरोपित अमर चौधरी को गिरफ्तार किया था. उसके बाद वह बेल पर बाहर आ गया था. बाहर आने के बाद शराब तस्करी का धंधा फिर से शुरु कर दिया था. उत्पाद दारोगा से खार खाने के कारण उसने जानबूझकर छापेमारी करने टीम पर ग्रामीणों को उकसाकर हमला कराया. उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि मामले में 10 से ज्यादा लोगों की पहचान कर ली गई है. अन्य लोगों की पहचान की जा रही है. पहचान होने के बाद सभी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जायेगी. गुरुवार को नौतन में जिस तरह धंधेबाजों ने मद्य निषेध उत्पाद विभाग की टीम पर हमला किया उससे साफ है कि उनमें न पुलिस का डर है ना प्रशासन का. विगत दो माह में नौतन प्रखंड में उत्पाद विभाग की टीम पर यह दूसरी बार हमला है. इसके पूर्व 16 जून को शराब तस्करों ने जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हरिनगर गांव में उत्पाद विभाग की टीम पर हमला कर दिया था. हालांकि इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन अन्य आरोपित अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है. हरिनगर में विनोद साह अवैध शराब की बिक्री कर रहा है. इस सूचना पर उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक राजा बाबू के नेतृत्व में टीम छापेमारी करने गांव में पहुंची थी. उत्पाद विभाग के पहुंचते ही शराब धंधेबाजों ने लाठी, डंडा फरसा, तलवार, भाला से लैस होकर टीम को घेर लिया और हमला बोल दिया था. घटना में अवर निरीक्षक का सर फट गया. हमलावरों ने वाहन चालक अभिषेक कुमार आर्या पर हमला बोल अंगूठा फाड़ दिया था और जबरन मोबाइल फोन, रुपये और एटीएम कार्ड भी छीन लिया. लाठी डंडे से वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया. उत्पाद विभाग की टीम किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे. मामले में राजा बाबू के बयान पर जगदीशपुर पुलिस 17 नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज की है. इसके पूर्व 21 जून वर्ष 2018 में शराब धंधेबाजों ने मनुआपुल के कुंडिया कोठी में उत्पाद विभाग के टीम पर हमला कर दिया था. गोपालपुर के टेगरहिया में छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग के टीम पर धंधेबाजों ने हमला कर गाड़ी का शीशा तोड़ दिया था.
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