एमजेके कॉलेज प्राचार्य के वित्तीय और नीतिगत निर्णय पर कुलपति ने लगायी रोक
महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय के प्राचार्य के वित्तीय और नीतिगत अधिकारों के उपयोग पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.) दिनेश चंद्र राय ने तत्काल प्रभाव से रोक का आदेश जारी किया है.
बेतिया. महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय के प्राचार्य के वित्तीय और नीतिगत अधिकारों के उपयोग पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.) दिनेश चंद्र राय ने तत्काल प्रभाव से रोक का आदेश जारी किया है. जिसके आलोक में विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रो.(डॉ.) संजय कुमार के द्वारा गुरुवार को ही आदेश जारी कर दिया गया है. जिसमें उल्लेख है कि एमजेके कॉलेज प्राचार्य कॉलेज संचालन से जुड़े अब केवल रूटीन शैक्षणिक/प्रशासनिक कार्य ही कर पाएंगे. उनके पद से जुड़े वित्तीय और नीतिगत निर्णय लेने के अधिकार पर कुलपति के स्तर से रोक लगा दिए जाने का उल्लेख है. यहां उल्लेखनीय है कि अगले माह यानी आगामी 31 मई 2024 को ही कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो.(डॉ) सुरेंद्र प्रसाद केसरी सेवा निवृत्त होने वाले हैं. इस आदेश के साथ ही पूरे कॉलेज के साथ जिलाभर के उच्च शिक्षा क्षेत्र में मानो सनसनी फ़ैल गई है. यहां उल्लेखनीय है कि बीते 18 मार्च को महाविद्यालय परिसर में स्थापित विश्वविद्यालय के पहले विस्तार पटल का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ) दिनेश चंद्र राय ने खुद ही किया था. उस अवसर पर आयोजित समारोह में कॉलेज प्रशासन द्वारा मोटी रकम खर्च के साथ कुलपति को प्राइवेट सुरक्षा गार्ड (बाउंसर) तक की सुरक्षा मुहैया कराई गई (जिले के किसी सरकारी कार्यक्रम में पहली बार) थी. बावजूद इसके विभिन्न छात्र संगठनों से संबद्ध दर्जनों छात्र नेताओं ने प्राचार्य पर भ्रष्टाचार, मनमानी और लूट खसोट का आरोप लगाते हुए भारी हंगामा और नारेबाजी की थी. तब विश्वविद्यालय के कुल सचिव एवं इसी कॉलेज के वरीय प्राध्यापक और वर्तमान में गवर्मेंट डिग्री कॉलेज बगहा के प्राचार्य पद पर प्रतिनियुक्त प्रो.(डॉ) रवींद्र कुमार चौधरी के साथ विश्वविद्यालय के सीनेटर डॉ एनएन शाही के समझाने के बाद आंदोलित छात्र संगठन शांत हुए थे.