सोनबरसा बाजार से बनहवा परसा जाने वाली मुख्य सड़क द्वारदह नदी में विलीन

प्रखंड के महुई पंचायत के सोनबरसा बाजार व मटियरिया थाना से बनहवा परसा सहित अनेक गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क द्वारदह नदी में विलीन हो गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 8:50 PM

गौनाहा. प्रखंड के महुई पंचायत के सोनबरसा बाजार व मटियरिया थाना से बनहवा परसा सहित अनेक गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क द्वारदह नदी में विलीन हो गई है. ऐसी परिस्थिति में बनहवा परसा ,महुआ, हस्ती बैरिया गांव की एक बड़ी आबादी के लिए भारी संकट उत्पन्न हो गयी है. चूंकि यह तीनों गांव जंगल का तराई क्षेत्र है और इसका मुख्य बाजार सोनबरसा व थाना मटियरिया पड़ता है और तीनों गांव के लोगों को सोनबरसा बाजार, मटियारिया थाना ,यहां तक कि प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय, स्टेट बैंक, रेफरल अस्पताल, रेलवे स्टेशन गौनाहा तक पहुंचाने का सीधा एक ही मार्ग था, जो पूर्ण रूप से द्वारदह नदी में विलीन हो कर अपना अस्तित्व खो दिया है. इस समस्या को लेकर हस्ती बेरिया गांव के ग्रामीण देवलाल उरांव, रामकिशोर उरांव, गिरधारी उरांव, ओम प्रकाश उरांव, महुआ गांव के ग्रामीण रामनारायण महतो, श्यामनाथ, प्रदीप साह, आजाद मियां, बनहवा परसा के ग्रामीण सत्यनारायण महतो, अशोक महतो, रामचंद्र महतो तथा शैलेंद्र महतो व पंचायत के मुखिया सोहर चौधरी का कहना है कि यह मुख्य सड़क का कटाव होने से इन तीनों गांव के एक बहुत बड़ी आबादी का आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया है. वे बताते हैं कि इन तीनों गांव से निकालने और यहां तक पहुंचने का सीधा एक ही मार्ग था, जो आज नहीं रहा. कटाव के बगल से भी लोग पैदल नहीं निकल सकते हैं. बगल में रवि लाल वर्मा का बगीचा लगा है, जो तार कांटे से घिरा हुआ है. इसको लेकर पैदल आने जाने वाले लोगों के लिए भी भारी मुसीबत बन गई है. इन ग्रामीणों का कहना है की इस मुख्य सड़क का कटाव द्वारदह नदी द्वारा एकाएक कटाव नहीं किया गया है, यह छह माह पूर्व से ही कटाव जारी है. इसके लिए कई बार सांसद, विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों के पास गुहार लगायी गयी है, लेकिन प्रशासन के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने कोई ध्यान नहीं दिया. यदि गांव में कोई बीमार हो जाए तो अस्पताल तक जाने के रास्ता नहीं, गांव में कोई मामला हो जाए तो थाने तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं और नहीं अपने जरूरत की चीजों को खरीदने के लिए बाजार तक पहुंचाने का कोई मार्ग बचा है. यहां तक की रास्ते के अभाव में बच्चे अपने स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस संबंध में बीडीओ शिव जनम राम ने बताया कि यह प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बना है. इसके रोकथाम के लिए बड़ी पहल व राशि की जरूरत है. इसकी सूचना हमने जिला प्रशासन को भेज दिया है.

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