Bihar Flood : नेपाल में बारिश से चंपारण में बढ़ा बाढ़ का खतरा, उफान पर पहाड़ी नदियां
Bihar Flood : चंपारण में सभी नदिया खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बाढ़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ को लेकर चौकसी बरती जा रही है.
Bihar Flood : बेतिया. नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले 48 घंटे से अधिक समय से भारी बारिश के कारण जिले की अधिकतर पहाड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहते हुए उफान के कगार पर हैं और जिले में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं. मौजूदा स्थिति में तो कई नदियों का पानी सरेह के खेतों में फैलना शुरू हुआ है और एक दो दिन और बारिश हुई तो ऐसा माना जा रहा है कि जिले में चारों ओर बाढ़ के हालात बन जायेंगे. वैसे रूक-रूककर ही सही बारिश की निरंतरता बनी हुई है. मौसम विभाग के तीन दिन तक झमाझम बारिश और वज्रपात के अलर्ट से लोग सहमे हुए है.
सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर
सिकटा प्रखंड क्षेत्र में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से समूचा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सभी नदिया खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बाढ़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. सिकटा में 166 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. हालांकि प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ को लेकर चौकसी बरती जा रही है. निचले स्तर पर बाढ़ के पानी खेतों में फैलना शुरू हो गया है. वैसे बरसात के पानी से भी खेत लबालब भरे हुए हैं. वहीं प्रखंड व पंचायतों के निचले इलाके के सड़कों पर भी जलजमाव कायम नजर आ रहा है.
मैनाटांड़ प्रखंड में जनजीवन अस्त-व्यस्त
मैनाटांड़ प्रखंड क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. प्रखंड अंतर्गत बहने वाली नदियां जैसे ओरिया, थेथरी, दोरहम, बिरहा, करताहा आदि के जलस्तर में वृद्धि हो गयी है. हालांकि अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं है. वही ओरिया नदी का पानी सीमावर्ती भलुवहिया और बसंतपुर गांव के पास आ गया है. जिससे लोगों में बाढ़ को लेकर भय का माहौल है. खेतों में लबालब पानी भर गया है. जिससे रोपनी प्रभावित हुआ है.
Also Read: Bihar Monsoon: बिहार के 28 जिले में सामान्य से कम बारिश, किशनगंज आगे, मधुबनी सबसे पीछे
ओरिया नदी का जल स्तर बढ़ा, सहमे इंडो नेपाल बॉडर के लोग
मैनाटांड़ में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण इंडो-नेपाल की पहाड़ी ओरिया नदी उफनाने लगी हैं. ओरिया नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण भंगहा और इनरवा के बॉडर के समीप स्थित ग्रामीणों में भय नजर आ रहा है. नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. मानसून की इस बारिश से एक ओर गर्मी से निजात मिली, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश से खेत पानी से सराबोर हो गये. शुक्रवार की शाम से लेकर शनिवार को पूरा दिन तक लगातार बारिश से किसान अपने-अपने खेतों को ओर रूख किए. इधर लगातार बारिश से पहाड़ी नदियां भी उफनने लगी है. ओरिया नदी का पानी उफनाने लगी है. पिलर संख्या 419 के पास नदी का पानी पहुंच चुका है.