बेतिया. छठे चरण के लोकसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के घोषित प्रत्याशी डॉ संजय जायसवाल ने निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. जबकि वाल्मीकिनगर लोकसभा का दूसरे दिन भी खाता नहीं खुला और कोई भी उम्मीदवार नामांकन करने नहीं पहुंचे. नामांकन को लेकर कलेक्ट्रेट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहा. नामांकन को लेकर समाहरणालय में पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा. हालांकि नामांकन के लिए उनके साथ पहुंचें बिहार के उपमुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा, लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक राजू तिवारी, विधायक प्रमोद सिंहा, विधान पार्षद भीष्म सहनी को समाहरणालय के मुख्य द्वार पर हीं वाहन से उतरना पड़ा. आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए वें सभी पैदल हीं निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष तक पहुंचे. जहां डॉ संजय जायसवाल ने अपना नामांकन पत्र चार सेट में समर्पित किया. इधर नामांकन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी. पुलिस बलों के साथ हीं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी थी. नामांकन पत्र जमा कराने के बाद वापस हुए उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि देश में एक बार फिर से लोकतंत्र स्थापित करने का काम प.चंपारण की जनता भाजपा को जीताकर करेगी. उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि सबका साथ सबका विकास करेंगे. वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ संजय जायसवाल ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार भी बड़े मार्जिन से प.चंपारण से भाजपा जीतेगी. इसके साथ हीं हम बिहार के सभी 40 सीटों पर चुनाव जीतेंगे. 12.92 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं डॉ संजय बेतिया. प. चंपारण लोकसभा सीट से नामजदगी का पर्चा दाखिल करने वाले भाजपा के प्रत्याशी डॉ संजय जायसवाल 12 करोड़ 95 लाख की संपत्ति के मालिक हैं. उनकी पत्नी डॉ मंजू चौधरी के पास तीन करोड़ 20 लाख की संपत्ति है. नाम निर्देशन पत्र में दाखिल करने में दिये गये शपथ पत्र में डॉ जायसवाल ने बताया है कि उनके पास एक पिस्टल और एक रायफल है. इसके अलावे वे 95 हजार के मोबाइल इस्तेमाल करते हैं. डॉ जायसवाल के विरुद्ध राज्य के विभिन्न थाना में पांच मामले दर्ज है, जो विभिन्न न्यायालयों में लंबित है. इसमें सबसे ज्यादा घोड़ासहन में चार मामले है. हालांकि सभी मामले आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के हैं. समाहरणालय में मीडिया के प्रवेश पर भी लगी रोक बेतिया. नामांकन प्रक्रिया के कवरेज के लिए समाहरणालय परिसर में मंगलवार को मीडियाकर्मियों के भी प्रवेश पर रोक लगा दी गयी. गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मौखिक आदेश का हवाला देते हुए मीडियाकर्मियों प्रवेश नहीं दिया. जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अनंत कुमार ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि हमें भी यह निर्देश प्राप्त हुआ है कि मीडियाकर्मियों को परिसर में नहीं आने देना है. बता दें कि इसके पूर्व हर आम चुनाव में निर्वाचन के दौरान समाहरणालय परिसर में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर कोई रोक नहीं थी. प्रशासन के इस मौखिक निर्देश के बाद अब इस तेज धूप एवं हीट वेव में मीडियाकर्मी समाहरणालय के मुख्य द्वार के बाहर अलग अलग खड़े होकर तमाशा देखने को मजबूर हैं.
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