बेतिया. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में पीजी की छात्रा सह चिकित्सक डॉ मौमिता देबनाथ की दुष्कर्म व हत्या ने जीएमसीएच के चिकित्सकों को भी आंदोलन का रूख अख्तियार करने पर मजबूर कर दिया. नतीजतन गुरूवार की देर रात से जीएमसीएच के चिकित्सक भी हड़ताल पर चले गये. इमरजेंसी सेवा ठप कर दी गई. इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ा. आक्रोशित पीजी व इंटर्न चिकित्सकों ने गुरूवार की देर रात से शुक्रवार को दोपहर के बारह बजकर तेरह मिनट तक इमरजेंसी सेवा को ठप रखा. इस दौरान 13 घंटे तक मरीजों की सांसें अटकी रहीं. वही शुक्रवार को ओपीडी सेवा भी पूरी तरह ठप रही. वैसे प्रतिदिन की तरह शुक्रवार को भी ओपीडी का काउंटर अपने समय से खुला. इलाज के लिए आये लगभग डेढ़ हजार लोगों की भीड़ ओपीडी में लग चुकी थी. रजिस्ट्रेशन कर्मियों के द्वारा लगभग 50 मरीजों का पुर्जा भी काटा गया. लेकिन लगभग नौ बजे पीजी व इंटर्न डॉक्टर्स व एमबीबीएस के छात्र ओपीडी में पहुंचे व ओपीडी को ठप कराते हुए धरना पर बैठ गये. धरना पर बैठ एमबीबीएस के छात्र वी वांट जस्टिस. नो सेफ्टी नो ड्यूटी… दुष्कर्मी को फांसी की सजा दो, चिकित्सकों को सुरक्षा दो.. आदि नारा लगा रहे थे. वहीं घटना को लेकर आईएमए ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इसके पहले दिन में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फरोडा) ने भी हड़ताल का ऐलान किया हैं. हड़ताल के कारण ओपीडी व इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से प्रभावित हो गई हैं. — इमरजेंसी व ओपीडी ठप होने से मरीज परेशान, परिजन हलकान जीएमसीएच में शुक्रवार को इमरजेंसी व ओपीडी सेवा ठप रहने के कारण जिले के अलावे पूर्वी चंपारण, गोपालगंज से इलाज कराने आये मरीज लाचार, बेबस व परेशान दिखे. बगहा के रतनमाला चंडी स्थान से प्री एकलेंप्सिया की मरीज पवन सहनी की पत्नी रितू देवी (25) एंबुलेंस से पहुंची. लेकिन उन्हें गेट से ही सेवा ठप होने की बात कह सुरक्षा गार्डों ने लौटा दिया. यही हाल साठी थाना के दनियाल परसौना से आयी गर्भवती सबनू नेशा के साथ भी हुआ. वही नगर के नौरंगाबाग से मारपीट में जख्मी नसीर मियां की पत्नी सुगी बेगम (26), गंभीर रूप से बीमार मुफस्सिल थाना के खसुआर के मो सरफुद्दीन की पुत्री अफसाना खातून (8) का भी इलाज नहीं हो सका. ओपीडी में पूर्वी चंपारण आदापुर थाना के भवानीपुर के रितेश कुमार की पत्नी पूजा देवी (22) प्रसव संबंधी, मानपुर के शिवा उरांव, सिरिसिया के वसीमन खातून पैर का, पूर्वी चंपारण के नगदा निवासी मैना देवी चर्म रोग का, रामनगर के फरहत जहां गैस व पेट दर्द तथा पूजहां-पटजिरवा के साहेब कुमार चर्म रोग का इलाज कराने आये थे. लेकिन इलाज नहीं होने से परेशान दिखे व बिना इलाज कराये वापस लौट गये. – डॉक्टरों ने कहा, मानवता के नाते दे रहे सेवा इमरजेंसी सेवा में इलाज कराने पहुंच रहे मरीजों को लौटाने पर अधीक्षक डॉ सुधा भारती सख्त दिखी. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि यहां इमरजेंसी सेवा चालू हैं. इलाज के लिए आने वाले मरीजों को नहीं लौटाना हैं. शिकायत मिली, तो कार्रवाई की जायेगी. अधीक्षक ने दावा किया कि इमरजेंसी सेवा ठप नहीं थी. हालांकि, आंदोलनकारी चिकित्सकों के कहने और इमरजेंसी में डॉक्टर्स की खाली कुर्सियां, बंद पड़ा रजिस्ट्रेशन काउंटर और खाली पड़े कैजुअल्टी वार्ड के 12 बेड. यह बताने के लिए काफी थी कि जीएमसीएच में इमरजेंसी सेवा रात से ही ठप हैं. डॉक्टर्स का कहना था कि वे केवल वैसे मरीजों का इलाज कर सकते हैं, जो काफी गंभीर हैं. सामान्य तरह के मरीजों का वे इमरजेंसी में इलाज नहीं करेंगे. – वार्ड में हुआ राउंड, नर्सिंग कर्मियों ने किया इलाज इमरजेंसी सेवा ठप करने के बाद भी चिकित्सकों ने मानवता के नाते आईसीयू, सर्जिकल, मेडिसिन, आर्थो, वर्न व शिशु वार्ड मे राउंड लगा भर्ती मरीजों को देखा. वार्ड में तैनात नर्सिंग ऑफिसरों ने मरीजों का समय पर इलाज भी किया. इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे चिकित्सकों ने कहा कि हम लोग मानवता के नाते इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे हैं. प्रतिदिन इमरजेंसी वार्ड दुर्घटना व सिरियस मरीजों से भरा रहता था. लेकिन शुक्रवार की सुबह से ही इमरजेंसी वार्ड बिल्कुल खाली था. गनीमत रही कि दोपहर तक कोई भी दुर्घटना या गंभीर मरीज अस्पताल में नहीं पहुंचा. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि रात्रि 12 के पहले तक मात्र पांच गर्भवती महिलाओ का प्रसव कराया गया. जिनमे सिजेरियन और नॉर्मल प्रसव दोनों शामिल हैं. – आज भी ठप रहेगी ओपीडी, निजी क्लीनिक भी रहेंगे बंद विगत दिनों कोलकाता के आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में सेकंड ईयर पीजी महिला चिकित्सक की हुए नृशंस रेप एवं हत्या के विरोध में आईएमए के आह्वान पर पश्चिम चंपारण इकाई के द्वारा 17 अगस्त शनिवार को सुबह छह बजे से लेकर 18 अगस्त रविवार के सुबह छह बजे तक सभी प्रकार के प्राइवेट, कॉर्पोरेट्स व सरकारी अस्पतालों व क्लिनिकों को बंद रखने का आह्वान किया गया हैं. इस देशव्यापी हड़ताल से इमरजेंसी सेवाओं को अलग रखा गया हैं. मरीजों को इमरजेंसी सेवा मिलती रहेगी. उक्त जानकारी आईएमए के जिला प्रवक्ता डॉ उमेश कुमार ने दी. – कैंडल मार्च निकाल जताया आक्रोश नगर में विभिन्न संगठनों द्वारा शुक्रवार की देर शाम कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च शहीद पार्क से निकलकर लाल बाजार का भ्रमण किया. मार्च में भाजपा महिला मोर्चा, इनरव्हील क्लब, रोटरी क्लब बेतिया सेंट्रल के सदस्यों के साथ साथ अन्य संगठनों के भी प्रतिनिधि शामिल रहें.
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