बिहार: मनरेगा की राशि का दुरुपयोग कर मुखिया ने किया लाखों का घोटाला, 6 लोगों पर केस दर्ज
मनरेगा में पारिवारिक सदस्यों व अन्य का जॉब कार्ड बनाकर सरकारी पैसे की बंदरबांट के आरोप में चनपटिया प्रखंड के चुहड़ी पंचायत के मुखिया प्रभात कुमार फंस गये हैं.
बेतिया में पंचायत चुनाव के तहत निर्वाचित एक मुखिया पर अपने पद का दुरुपयोग कर सरकार को लाखों का चूना लगाने का आरोप लगा है. आरोप है कि मुखिया ने मनरेगा में परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों का जॉब कार्ड बनाकर सरकारी राशि का गबन किया है. मामला चनपटिया प्रखंड के चुहारी पंचायत का है. जहां के मुखिया प्रभात कुमार मनरेगा में हुए घोटाले में फंस गये हैं.
मनरेगा घोटाला मामले में 6 लोगों पर प्राथमिक दर्ज
दरअसल, इस मामले में चुहड़ी निवासी परमजीत कुमार द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिस पर निगरानी द्वारा की गयी जांच में गबन की पुष्टि हुई. जिसके बाद निगरानी थाना पटना में मुखिया और रोजगार सेवक समेत छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें चुड़ही के मुखिया प्रभात कुमार, मधेपुरा निवासी रोजगार सेवक सुनील कुमार निराला, चुहड़ी निवासी प्रमोद प्रसाद, रोहित कुमार, पिनाकी कुमार, योगापट्टी के डूमरी निवासी शुभम कुमार के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया गया है.
सरकारी राशि का गबन किये जाने का साक्ष्य
प्राथमिकी में बताया गया है कि इनके खिलाफ पश्चिमी चंपारण में मनरेगा योजना अंतर्गत कार्य कराकर सरकारी राशि का भुगतान कर बंदरबांट करते हुए सरकारी राशि का गबन किये जाने का साक्ष्य पाया गया है.
क्या है आरोप
शिकायतकर्ता परमजीत ने आरोप लगाया है कि मुखिया की ओर से फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा योजना अंतर्गत बिना कार्य किये ही गलत भुगतान परमजीत के नाम किये जाने और मुखिया के भतीजा पिनाकी कुमार द्वारा यह कहकर कि पैसा बाहर से तुम्हारे खाते में मंगवाये हैं, उसे वापस कर दो और पैसे ले लेते थे.
यह भी आरोप है कि मुखिया प्रभात कुमार द्वारा अपने संबंधियों बड़ा भाई प्रमोद प्रसाद, भतीजा पिनाकी कुमार और रोहित कुमार और योगापट्टी के डूमरी निवासी भगीना शुभम कुमार के नाम जॉब कार्ड बनाकर उनके नाम से खाता के माध्यम से मनरेगा योजना की राशि प्राप्त कर लिया जाता है. जबकि उनलोगों के द्वारा कभी भी मनरेगा योजना में कार्य नहीं लिया गया और सभी एक ही परिवार के हैं.
क्या बोले मुखिया
मुखिया प्रभात कुमार ने बताया कि हरेन्द्र साह से भूमि विवाद में पहले से केश चल रहा है. उनको बेबुनियाद फंसाया जा रहा है. पिनाकी कुमार के बारे मे बताया कि पिनाकी अलग है. 100 दिन का रोजगार के लिए आवेदन दिया था, उसको रोजगार दिया गया है. शुभम कुमार का आधार कार्ड चुहड़ी का है. चुहड़ी में पढ़ा है. उसको रोजगार दिया गया है. चुहड़ी में रहता है.