बाढ़ से बचाव को लेकर मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वे व गंडक बराज का निरीक्षण
गंडक बराज वाल्मीकिनगर से चार लाख 41 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़े जाने के बाद कई नदियां उफनाई.
बगहा. गंडक बराज वाल्मीकिनगर से चार लाख 41 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़े जाने के बाद कई नदियां उफनाई. जिसको लेकर बिहार के मुख्यमंत्री ने बगहा शहर के पारस नगर, शास्त्री नगर व मंगलपुर सहित सर्वे करते हुए वाल्मीकिनगर पहुंचे और गंडक बराज का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिये. इतना ही नहीं गंडक बराज का कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया और अतिथि भवन चले गये. जहां उन्होंने इको पार्क का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देशित भी किया. वहां से लौटने के बाद कन्वेंशन सेंटर के अतिथि भवन में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक किये और उन्हें कई दिशा निर्देश भी दिये. बता दें कि मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर 11:46 बजे पहुंचे और गंडक बराज के पांच नंबर फाटक तक पहुंचे और निरीक्षण किया और अभियंताओं को गंडक बराज के बारे में विशेष रूप से जानकारी ली. वही दूसरी ओर कन्वेंशन सेंटर में अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद 12:30 बजे वाल्मीकिनगर हवाई अड्डा के लिए निकल गये. इस प्रकार मुख्यमंत्री पौन घंटा तक वाल्मीकिनगर में रहे और बाढ़ के बारे में हर बिंदु पर जानकारी ली. इतना ही नहीं आपदा प्रबंधन निर्माण समिति के अध्यक्ष भीष्म साहनी, वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह, सांसद सुनील कुमार, पूर्व विधायक प्रभात रंजन, पूर्व विधान पार्षद राजेश राम से बाढ़ के बारे में जानकारी ली. आपदा प्रबंधन के अध्यक्ष भीष्म साहनी से मुख्यमंत्री ने पूछा तो उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अलर्ट मूड में है. कहीं भी किसी तरह की खतरा नहीं है. इस मौके पर उनके साथ जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय चौधरी, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत शामिल रहे. इस दौरान डीएम प. चंपारण दिनेश राय, डीआइजी जयंतकांत, एडीएम राजीव कुमार सिंह, एसडीएम बगहा डॉ. अनुपमा सिंह, एसपी सुशांत कुमार सरोज, एसडीपीओ कुमार देवेंद्र आदि मौजूद रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण के बाद मीडिया को नहीं किया संबोधित और पुन: पटना हो गये रवाना.
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