नरकटियागंज. चंपारण जिला गन्ना की खेती का हब है. यहां आने वाले दिनो में गन्ने की खेती के साथ साथ सहफसली खेती कर किसान दो गुनी आमदनी कर सकते है. सरकार के तरफ से हर संभव मदद तथा किसानों के लिए योजनाएं चलायी जा रही हैं. यह जानकारी बिहार सरकार के गन्ना आयुक्त अनिल झा ने किसानों के साथ बैठक में दी. कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय कृषि वैज्ञानिक डाॅ आरपी सिंह ने बताया कि गन्ना आयुक्त ने किसानों के साथ बैठक रक कई बिन्दुओं पर जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि गन्ना उद्योग विभाग किसान और मिलों के हित में कार्य कर रही है. किसान उन्नत प्रभेद के गन्ने की खेती कर समृद्ध हो सकते हैं. इसके लिए बिहार सरकार ने कई प्रभेदों को संस्तुत की है. गन्ने के साथ सह-फसली खेती करने का किसान प्रयास करें. जिससे उनकी आमदनी को दोगुनी की जा सके. किसान भाई उच्च गुणवत्ता युक्त गन्ना के प्रभेदों को लगाने का प्रयास करें. जिससे अधिक से अधिक उपज प्राप्त कर सकें. गन्ना आयुक्त ने यह भी कहा है कि किसान भाई गन्ना के उन प्रभेदों का चुनाव करें जो जलवायु अनुकूल कृषि के तहत बिहार क्षेत्र के लिए संस्तुत की गई है. गन्ना आयुक्त ने किया 20 प्रकार के गन्ना प्रभेदों का निरीक्षण गन्ना आयुक्त ने कृषि विज्ञान केन्द्र में 20 प्रकार के लगाये गये गन्ना संग्रहालय का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने राजेन्द्र गन्ना 1,राजेन्द्र गन्ना 2, राजेन्द्र गन्ना 3, राजेन्द्र गन्ना 4, राजेन्द्र गन्ना 5, राजेन्द्र गन्ना 6, राजेन्द्र गन्ना 7, बीओ 91, बीओ 139, बीओ 141, बीओ 146, बीओ 153,बी ओ 154,सी ओ पी 112,सी ओ पी 2061,सी ओ पी 9301, सी ओ 15023,सी ओ 13035, सी ओ स 13235, सी ओ एल के 14201 आदि के बारे में जानकारी ली. सी ओ एल के 14201 उन्होने यहां गन्ने के उत्तम प्रभेदों क्रमश:राजेंद्र गन्ना एक, दो, पांच ,सी ओ एस 13235,सी ओ 118,सी ओ 15023 और गहरे पानी वाले खेतों में सी ओ पी 9301 प्रभेद का गन्ना लगाने की अपील की.
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