बेतिया. पश्चिम चंपारण व वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के वोटों की गिनती के लिए मतगणना स्थल को अभेद्य किले के रूप में तब्दील कर दिया गया है. मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किया गया है. शांतिपूर्ण व पूरी पारदर्शिता के लिए पुलिस ने अपनी तैयारी मुकम्मल कर ली है. मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किया गया है. वहां सुरक्षा के लिए करीब चार दर्जन से ज्यादा पुलिस पदाधिकारी और करीब 200 जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे. करीब 50 मजिस्ट्रेट हर स्थिति पर नजर रखेंगे. पूरा कैंपस सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया गया है.
दो लोस के 18 प्रत्याशियों के भाग्य का आयेगा परिणाम
प. चम्पारण एवं वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मंगलवार को आनेवाला है. पश्चिम चंपारण के 8 और वाल्मीकिनगर के दस प्रत्याशियों का भाग्य इवीएम में बंद है. इसके लिए सुबह आठ बजे से मतों की गणना कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर में की जायेगी. मतगणना को लेकर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय प्रत्येक तैयारी की पल पल की खबर ले रहे हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे से हर हाल में मतगणना कार्य आंरभ कर देना है. डीएम ने बताया कि इवीएम से मतों की गणना के लिए विधानसभावार 14 टेबुल बनाये गये हैं. प्रत्येक टेबुल पर मतों की गणना के लिए एक एक मतगणना पर्यवेक्षक, एक मतगणना सहायक एवं एक माइक्रो आर्ब्जबर की नियुक्ति की गयी है. जिन्हें मंगलवार को ही सुबह पांच बजे रेडमाईजेशन के बाद विधानसभावार नियुक्ति पत्र प्रदान की जायेगी. नियुक्ति पत्र देने के साथ ही उन्हें अग्रिम का भुगतान करने के बाद हर हाल में इन सभी कर्मियों को सात बजे के पूर्व अपने अपने निर्धारित टेबुल पर पहुंच जाना है. डीएम ने बताया कि मतगणना सहायक, मतगणना पर्यवेक्षक, माइक्रो आब्जर्बर, सहायक निर्वाची पदाधिकारी के सहयोग के लिए नियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ हीं सहायक निर्वाची पदाधिकारी के दायित्व एवं कार्यों की जानकारी दे दी गयी है. डीएम ने बताया कि मतगणना के दौरान सर्विस वोटरों द्वारा डाले गये मतों की गिनती भी की जायेगी. इसकी गिनती के लिए अलग से इटीबीपीएस की व्यवस्था की गयी है. सर्विस वोटों की गिनती बार कोड स्कैनर से की जायेगी.
मतगणना कक्ष में मोबाइल ले जाने पर रहेगी रोक
मतगणना के दौरान इवीएम से मतों की गिनती के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच-पांच मतदान केंद्रों की रेंडमली सूची तय कर उन मतदान केंद्रों की वीवीपैट के पर्ची की गिनती की जायेगी. यदि वीवीपैट की पर्ची की गिनती और इवीएम में डाले गये मतों की गिनती में यदि अंतर पाया जाता है तो वीवीपैट में पाये गये पर्ची के आधार पर हीं मतगणना परिणाम प्रदर्शित किये जायेंगे. वहीं यदि प्रपत्र 17 सी के आधार पर किसी भी काउंटिंग एजेंट द्वारा आपत्ति जतायी जाती है तो उस मतदान केंद्र के वीवीपैट के पर्ची की भी गिनती की जायेगी और वीवीपैट में पाये गये पर्ची को हीं मान्य किया जायेगा.
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