मढ़िया पिपरा में एक साथ दो बच्चियों का हुआ अंतिम संस्कार, गांव में बढ़ी पुल व स्कूल खोलने की मांग
मढ़िया पिपरा गांव में 20 अक्तूबर को एक साथ नदी में डूबीं नंदनी कुमारी 12 व मूरती 10 वर्ष का अंतिम संस्कार सोमवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद कर दिया गया.
नरकटियागंज. मढ़िया पिपरा गांव में 20 अक्तूबर को एक साथ नदी में डूबीं नंदनी कुमारी 12 व मूरती 10 वर्ष का अंतिम संस्कार सोमवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद कर दिया गया. इसके साथ ही हमेशा नदी पार कर स्कूल जाने वाली दो बहनों की जोड़ी बिछ्ड़ गयी. मृतक की मां मनीता देवी और पिता अशोक चौधरी सदमें में है. गांव में मातम पसरा हुआ है. अब गांव के लोग बच्चों को स्कूल नहीं जाने देने की सलाह दे रहे हैं. उनका कहना है कि जब नदी में पानी कम होगा, तब बच्चे पढ़ने जाएंगे. गांव के करीब सौ से ऊपर बच्चे बच्चियां नदी पार कर बगल के गांव जयमंगलापुर में पढ़ने जाते हैं. गांव में यह मांग जोर शोर से उठने लगी है कि अब प्रतिनिधियों के साथ साथ वोट का बहिष्कार किया जाएगा. चाहे वो पंचायत चुनाव हो या फिर विधान सभा चुनाव. वार्ड संख्या 12 के वार्ड सदस्य विनाद चौधरी ने बताया कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी कोई सुनने या पूछने वाला नहीं आया. मुआवजे के साथ गांव में बने पुल खुले स्कूल ग्रामीणों के साथ साथ मृत बच्चियों के परिजन भी गांव में पुल व स्कूल खाले जाने की मांग करने लगे हैं. मृतकों के दादा रामप्रवेश चौधरी ने कहा कि गांव में स्कूल बहुत जरूरी है. यह गांव ऐसा गांव बन गया है, जो अब भी नरकटियागंज से पूरी तरह कटा हुआ है. हमारे गांव के बच्चों को नदी पार कर पढ़ने नहीं जाना पड़े गांव में स्कूल व पुल जरूरी है. कोट.. नदी में डूबने से हुई मौत मामले में आपदा विभाग की ओर से कार्यवाही की जा रही है. विभाग की ओर से जल्द ही पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा. सुधांशु शेखर सीओ, नरकटियागंज
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