चनपटिया सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने गुरुवार को चनपटिया सीएचसी का औचक निरीक्षण किया. इस औचक निरीक्षण के दौरान तीन डॉक्टर समेत नौ स्वास्थ्य कर्मचारी बिना सूचना के ड्यूटी से गायब पाये गये. अनुपस्थित डॉक्टरों, चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से जवाब तलब करते हुए सीएस ने अनुपस्थित अवधि के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण मांगा है. गुरुवार की सुबह करीब 09 बजकर 35 मिनट पर सिविल सर्जन चनपटिया सीएचसी में पहुंचे थे. इस दौरान डॉ हेमंत पांडेय, डॉ नसीम अख्तर, डॉ कुमार रितेश रूपम, स्वास्थ्य कर्मी श्याम बिहारी, रियाजुल हक, अनीस अहमद, संगणक चंदा कुमारी, परिचारी अलका देवी, जीएनएम गौरी कुमारी अनुपस्थित मिले. वहीं जीएनएम प्रेमलता 31 जुलाई से और अंकिता रानी 22 जुलाई से सीएचसी से अनुपस्थित पाई गई. सिविल सर्जन ने सीएचसी में ओपीडी, दवा वितरण कक्ष, टीकाकरण, प्रसव कक्ष, प्रसव ड्यूटी कक्ष, ओटी, साफ सफाई, प्रदर्शनी पट्ट और स्थापना कार्यालय का बारीकी से निरीक्षण किया. जिसमे उन्हें कई खामियां देखने को मिली है. प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के जुलाई के मानदेय में 10 प्रतिशत की कटौती, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगाते हुए दोनों से तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है. निरीक्षण के दौरान अस्पताल में जो कमियां देखने को मिली, उसमें जरूरी सुधार के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को सीएस ने निदेशित किया है. सिविल सर्जन के इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है.
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