विश्व हाथी दिवस पर वीटीआर के हाथियों को निदेशक ने किया स्वागत
विश्व हाथी दिवस के अवसर पर वीटीआर के वनप्रक्षेत्रों में हाथियों के भूमिका व उनकी सुरक्षा का महत्व विशेष माना जाता है.
हरनाटांड़. विश्व हाथी दिवस के अवसर पर वीटीआर के वनप्रक्षेत्रों में हाथियों के भूमिका व उनकी सुरक्षा का महत्व विशेष माना जाता है.वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का 900 वर्ग किलोमीटर में फैला जंगल व जंगलों में अधिवास बनाए बाघ, तेंदुआ, गौर, हिरण, चीतल समेत अन्य जंगली जानवरों की सुरक्षा के साथ- साथ उनके रेस्क्यू व शिकारी तस्करों पर निगरानी में वीटीआर में मौजूद पांच हाथियों की अहम भूमिका बराबर रहती है. मंगलवार को विश्व हाथी दिवस के अवसर पर वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्रीय निदेशक डॉ. नेशामणि के ने वन प्रमंडल दो के मदनपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों को फूल माला पहना व केला खिला स्वागत किया और उन्होंने बताया कि तथा वीटीआर के संरक्षण के प्रति उनके योगदान को सराहा गया. उन्होंने बताया कि इन माॅनसून सीजन में होने वाली तेज बारिश के कारण जब जंगल के कई इलाकों में जल जमाव और मिट्टी कटाव तथा घनघोर झाड़ियों में वनकर्मियों के द्वारा पैदल पेट्रोलिंग करना तथा उन परिस्थितियों में वाहनों का आवागमन संभव नहीं हो पाता है. तो उन समय इन हाथियों का सहारा लेकर मानसून में इंडो नेपाल व उत्तर प्रदेश के सीमा तक सटे जंगल जानवरों की सुरक्षा के साथ शिकारी तस्करों व लकड़ी तस्करों की निगरानी की जाती है. मदनपुर वन क्षेत्र के प्रभारी वनक्षेत्र अधिकारी ब्रजेंद्र कुमार ने बताया कि बीटीआर दीदार करने आये मंत्रियों के साथ पर्यटकों की स्वागत की हाथियों से होती है.
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