बाढ़ पीड़ितों की सहायता में जिला प्रशासन सदैव तत्पर

जिले में बाढ़ की स्थिति अभी बरकरार है. हालांकि वाल्मीकिनगर बराज से पानी के डिस्चार्ज में तेजी से कमी आ रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 8:46 PM

बेतिया. जिले में बाढ़ की स्थिति अभी बरकरार है. हालांकि वाल्मीकिनगर बराज से पानी के डिस्चार्ज में तेजी से कमी आ रही है. ऐसे में गंडक नदी के जल स्तर में भी अब कमी आ रही है. दूसरी ओर जिले से होकर बहने वाली पहाड़ी नदियों के जलस्तर में भी कमी आ रही है. वर्तमान में जिले में 10 हजार लोग बाढ़ प्रभावित हैं. उनके बीच आवश्यक सुविधाओं को लेकर जिला प्रशासन की ओर से लगातार पहल की जा रही है. जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने संबंधित सभी अधिकारियों को बाढ़ पर हल पल नजर रखने का निर्देश दिया है। वे स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं से रुबरु होते हुए इस दिशा में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दे रहे हैं. बगहा एक रतवल में चंपारण तटबंध के टूटने के बाद उसकी मरम्मत के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने रविवार रात अधिकारियों के साथ बांध का जायजा लिया और इसकी मरम्मत के लिए तत्काल कार्य शुरू करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए आधा दर्जन सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है. इसमें बगहा एक चखनी रजवटिया में चार एवं सिकटा अंचल के परसौनी में दो संचालित किए जा रहे हैं. 3750 बाढ़ पीड़ितों को भोजन कराया जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर बाढ़ के कारण एक भी पक्का या कच्चा घर के नहीं गिरने का दावा किया गया है. जिला आपदा कोषांग से मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ जिले में किसी के डूबने या लापता होने की जानकारी नहीं दी गई है. बाढ़ पीड़ितों के लिए 420 पॉलिथीन शीट उपलब्ध कराई गई है. उनके बीच 1600 सूखा राशन का वितरण किया गया है. डीएम ने सिकटा में देखा सामुदायिक किचेन और बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क फोटो 08, कैप्सन : सिकटा में बाढ़ की स्थिति की जानकारी लेते डीएम दिनेश कुमार राय, एडीएम व अन्य सिकटा. डीएम दिनेश कुमार राय ने सोमवार को सिकटा प्रखंड में आये बाढ़ से प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया. बाढ़ पीड़ितों से भेंटकर उनका हाल जाना।निरीक्षण के दौरान डीएम ने अंचलाधिकारी को रात में भी बाढ़ पीड़ितों को भोजन मुहैया कराने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने धर्मपुर, सिकटा गांव, धांगड़ टोली और सामुदायिक किचेन का निरीक्षण किया. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए पर्याप्त दवा भंडारण का भी निरीक्षण किया और कई जरूरी निर्देश भी दिए. उसके बाद डीएम श्री राय सेनवरिया गांव के समीप त्रिवेणी कैनाल के 384 आरडी के पास क्षतिग्रस्त सड़क को देखा. ग्रामीणों ने प्रत्येक साल बाढ़ से टूटने की बात डीएम से बताया. तत्काल डीएम ने त्रिवेणी कैनाल के कनीय अभियंता से इसपर ठोस पहल कर स्थायी समाधान करने का निर्देश दिया. डीएम ने कहा कि सरकारी राशि का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. मौके पर एडीएम राजीव कुमार सिंह, एसडीओ सूर्य प्रकाश, सीओ प्रिया आर्यनी, बीडीओ अजीत कुमार रौशन, पूर्व प्रमुख उत्कर्ष कुमार श्रीवास्तव उर्फ मणि, जदयू नेता मधुसूदन पटेल, प्रमुख अजीत कुमार उर्फ मुन्ना सिंह समेत कई अन्य मौजूद रहे. डीएम ने लौरिया में बाढ का जायजा संग किया प्रखंड व अंचल कार्यालय का निरीक्षण लौरिया. जिला अधिकारी दिनेश राय सोमवार को प्रखंड व अंचल कार्यालय पहुंचे और बाढ़ संबंधित क्षेत्र की आवश्यक जानकारी ली. साथ ही राहत संबंधित तैयारी की जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली. बता दें कि शनिवार से ही पानी बढ़ने से लौरिया रामनगर मुख्य मार्ग एवं लौरिया नरकटियागंज मुख्य मार्ग पर पानी तेजी से बह रहा है, जिससे आवागमन प्रभावित है. सोमवार को लौरिया रामनगर मुखय मार्ग पर पानी कम होने से यातायात तो सामान्य हो गया, परंतु लौरिया नरकटियागंज मुख्य मार्ग पर अभी भी पानी तेजी से बह रहा है. इससे आवागमन ठप है. बाढ से क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. बड़े पैमाने पर गांव बाढ़ में जलमग्न हैं. वहीं धान एवं गन्ना की फसल का काफी नुकसान हुआ है. डीएम व नरकटियागंज एसडीएम सूर्यकांत प्रसाद ने लौरिया बीडीओ एवं सीओ को महत्वपूर्ण निर्देश दिए तथा बाढ ग्रस्त इलाकों में पीड़ित परिवार को राहत उपलब्धि कराने के लिए निर्देश दिए. वही अन्य क्षति आकलन के लिए निर्देश दिए गए. मौके पर बीडीओ संजीव कुमार सीओ नीतेश कुमार सेठ इओ दिनेश पुरी सहित संबंधित विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे.

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